CHANDIGARH: सफाई कर्मचारी यूनियन चंडीगढ़ के अध्यक्ष श्यामलाल घावरी एवं चंडीगढ़ दलित वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष भगत राज दिसावर ने नगर निगम द्वारा चंडीगढ़ के कुछ सेक्टरों की सफाई का जिम्मा निजी कंपनियों को दिए जाने पर कड़ा विरोध जताते हुए इसे ठेकेदारी प्रथा उन्मूलन एक्ट का उल्लंघन ठहराया है।
घावरी ने कहा कि सफाई का ठेका लेने वाली लायंस कंपनी के अधीन के क्षेत्र में सफाई का बुरा हाल है, जबकि जहां नगर निगम के स्थाई सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं, वहां ऐसी दशा देखने को नहीं मिलती। इससे स्पष्ट है कि सफाई कर्मचारी पूरी ईमानदारी से अपना कार्य करते हैं। घावरी ने कहा कि चंडीगढ़ नगर निगम के अधिकारी केवल सत्ता पक्ष के प्रभाव में कार्य करते हैं। इस समय सत्तापक्ष भाजपा के ज्यादातर पार्षद लायंस कंपनी को ठेका देने के हक में हैं। उनका इसमें निजी स्वार्थ हो सकता है। दिसावर ने चंडीगढ़ (CHANDIGARH) के प्रशासक से मांग की है कि शहर में कहीं भी सफाई का कार्य ठेके पर न देकर स्थाई सफाई कर्मचारियों की भर्ती की जाए।