पंजाब में अब 100 आम आदमी क्लीनिक लोगों के लिए कार्यशील: भगवंत मान
CHANDIGARH, 16 AUGUST: लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की वचनबद्धता के अंतर्गत मंगलवार को 25 और आम आदमी क्लीनिक राज्य निवासियों को समर्पित किये गए। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मुफ़्त में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं मुहैया कराने के लिए ऐसे क्लीनिकों का जाल बिछाने के लिए लोगों के साथ की वचनबद्धता के अंतर्गत हमने आज 25 और क्लीनिक लोगों को समर्पित किए हैं, जो 15 अगस्त को समर्पित किये 75 क्लीनिकों के अलावा हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही ऐसे क्लीनिक राज्य के कोने-कोने में खोले जाएंगे, जिनके द्वारा लोगों को मुफ़्त में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया होंगी। उन्होंने कहा कि राज्य में कुल 100 क्लीनिकों ने काम करना शुरू कर दिया है और हर गुज़रते दिन के साथ ऐसे और क्लीनिक शुरू किये जाएंगे। भगवंत मान ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य देखभाल ढांचे को फिर से पैरों पर खड़ा करने के लिए यह क्रांतिकारी पहलकदमी सिद्ध होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवा के पंजाब को स्वास्थ्य और रोगमुक्त करने के लिए राज्य सरकार की तरफ से की जा रही यह एक विनम्र सी कोशिश है। भगवंत मान ने उम्मीद अभिव्यक्त की कि राज्य निवासियों को अब इलाज और अन्य डायग्नौस्टिक सहूलतों के लिए अस्पतालों में मोटी रकम नहीं खर्चनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि मरीज़ क्लीनिकों में जाकर या ऑनलाइन बुकिंग करवा के यह डाक्टरी सेवाएं हासिल कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को न सिर्फ़ गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं मुफ़्त में मिलेंगी, बल्कि इसके लिए अपने घरों से बहुत दूर भी नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने लोगों को स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं देने की तरफ ध्यान नहीं दिया, जिस कारण आम लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी सरकार की इस विनम्र सी कोशिश से स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में क्रांति का आधार बंधेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन आम आदमी क्लीनिकों में तकरीबन 100 क्लिनीकल टैस्टों वाले 41 पैकेज मुफ़्त में दिए जाएंगे। उन्होंने उम्मीद अभिव्यक्त की कि इन क्लीनिकों के ज़रिये 90 प्रतिशत मरीज़ों का इलाज हो जायेगा, जिससे अस्पतालों से बोझ घटेगा। भगवंत मान ने आगे कहा कि सिर्फ़ गंभीर बीमारियों वाले मरीज़ों को ही आगामी इलाज के लिए बड़े अस्पतालों में रैफर किया जायेगा।