अयोध्या दीपोत्सव में बनेगा नया विश्व रिकॉर्ड, जानें इस बार क्या है खास


AYODHYA, 21 OCTOBER:
दीपावली का त्योहार हो और अयोध्या का जिक्र न हो… संभव ही नहीं है। साल 2017 से अयोध्या में चली आ रही दीपोत्सव की परंपरा इस बार भी पूरे उत्साह के साथ मनाई जाएगी। इस बार अयोध्या का छठवां दीपोत्सव बहुत ही दिव्य और भव्य होने जा रहा है। पीएम मोदी इस बार दीपोत्सव में शामिल होंगे।

क्या है पीएम का कार्यक्रम

पीएम मोदी 23 अक्टूबर को अयोध्या जाएंगे और शाम 5 बजे श्री राम जन्मभूमि पर रामलला के दर्शन करेंगे। इसके बाद वह श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र साइट का अवलोकन करेंगे। इस दौरान करीब शाम साढ़े 5 बजे वह श्री राम कथा पार्क में भगवान श्री राम के राज्याभिषेक के साक्षी बनेंगे। पीएम मोदी शाम साढ़े 6 बजे सरयू के नए घाट पर आरती कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और 6.40 बजे रामजी की पैड़ी पर दीपोत्सव में हिस्सा लेंगे। वह साढ़े 7 बजे ग्रीन और डिजिटल आतिशबाजी देखेंगे। अधिकारी इसी पर तैयारी कर रहे हैं।

अयोध्या दीपोत्सव में क्या होगा खास

अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि इस बार लाइट एंड साउंड का 12 शो होना है। व्यापक स्तर पर तैयारियां चल रही है। इस वर्ष दिवाली पर अयोध्या में करीब 17 लाख मिट्टी के दीपक जलाने का लक्ष्य तय किया गया है। बीते वर्ष यहां 9 लाख मिट्टी के दीपक जलाए गए थे। वहीं साल 2020 में यहां 5.84 लाख दीपक जलाए गए थे।

21 अक्टूबर से बिछाए जाएंगे दीपक

डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, दीपक बिछाने का काम 21 अक्टूबर से शुरू हो जाएगा और इसमें तेल डालने का काम 22 तारीख से शुरू होगा। 23 तारीख की शाम को केवल दीपकों को जलाने का काम बचेगा। सुरक्षा संबंधी भी सारी तैयारियां कर ली गई हैं और इसके लिए जो वालंटियर्स हैं, उनके लिए ब्रीफिंग रखी गई है।

2017 में हुई थी दीपोत्सव की शुरुआत

बता दें कि 2017 में उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत से भाजपा की सरकार बनने और योगी आदित्यनाथ के सीएमबनने के बाद अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत की गई थी। पहले साल 51 हजार दीये जलाए गए थे। तबसे हर साल दीयों की संख्घ्या बढ़ती जा रही है। 2018 में 3,01152 दीये जलाए गए। 2019 में इस दीपोत्सव कार्यक्रम को प्रांतीय स्तर का मेला घोषित किया गया। 2019 में 5,50,000 दीप जलाए गए। 2020 में 6,06,569 दीप जलाए गए और 2021 में 9,41,551 दीये जलाए। अब 2022 में 10.50 लाख दीये जलाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा।

आठ देशों व 10 प्रदेशों की रामलीला का होगा मंचन

अयोध्या दीपोत्सव प्रतिवर्ष दीपावली के पूर्व अत्यंत भव्य एवं दिव्य रूप में आयोजित किया जाता है। इस वर्ष यह 6वां दीपोत्सव है, जो 22-23 अक्टूबर 2022 को जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग एवं संस्कृति विभाग उ0प्र0 द्वारा आयोजित किया जाता है। संस्कृति विभाग द्वारा इस वर्ष 8 देशों तथा 10 प्रदेशों की रामलीला/रामायण बैले तथा विभिन्न प्रदेशों की लोकनृत्यों की प्रस्तुति होगी। 22-23 अक्टूबर 2022 को इण्डोनेशिया, श्रीलंका, मलेशिया, थाईलैण्ड, रूस, फिजी, ट्रिनिडाड एण्ड टोबैगो व नेपाल देश के लगभग 120 अन्तर्राष्ट्रीय कलाकार विदेशी रामलीला/रामायण बैले की प्रस्तुति करेंगे तथा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, ओड़िसा, तमिलनाडु व झारखण्ड के विभिन्न प्रदेशों लगभग 1800 कलाकार रामलीला/कार्यक्रम प्रस्तुति करेंगे।

550 कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे

सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन गत वर्षो में भी कराये गये है, जिनमें वर्षवार अन्तर्राष्ट्रीय/राष्ट्रीय/प्रदेश स्तर के दलों की प्रस्तुतियां रही है। जिनमें वर्ष 2017 में अन्तर्राष्ट्रीय देश इंडोनेशिया व श्रीलंका तथा विभिन्न प्रदेशों के लगभग 550 कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति की। वर्ष 2018 में अंतरराष्ट्रीय देशों में ट्रिनिडाड एंड टोबैगो, रूस, श्रीलंका, लाओस, इण्डोनेशिया व कम्बोडिया तथा विभिन्न प्रदेशों के लगभग 800 कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति की। वर्ष 2019 में अंतरराष्ट्रीय देशों में नेपाल, श्रीलंका, इंडोनेशिया व फिलीपिंस तथा विभिन्न प्रदेशों के लगभग 1000 कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति की। वर्ष 2020 में अंतरराष्ट्रीय देशों में ट्रिनिडाड एंड टोबैगो, थाईलैंड, श्रीलंका, फिजी व नेपाल तथा विभिन्न प्रदेशों के लगभग 500 कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति की। वर्ष 2021 में अन्तर्राष्ट्रीय देशों में श्रीलंका व नेपाल तथा विभिन्न प्रदेशों के लगभग 1600 कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति की।

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