CHANDIGARH: हरियाणा के स्वास्थ्य एवं गृहमंत्री अनिल विज ने आज कोविड-19 वैक्सिनेशन के तीसरे चरण की शुरुआत की। इसमें 60 वर्ष से अधिक आयु तथा 45 साल से अधिक आयु के गंभीर बीमारियों से पीडित लोगों को कोराना वैक्सिन का टीकाकरण किया जाएगा।
विज ने आज कहा कि इस चरण के दौरान प्रदेश के सरकारी अस्पातलों तथा आयुष्मान भारत योजना में पैनल पर 386 निजी अस्पतालों में कोरोना का वैक्सिनेशन किया जाएगा। राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में कोरोना का टीका नि:शुल्क लगाया जाएगा, जबकि उक्त निजी अस्पतालों में मात्र 250 रुपए ही वसूल किए जाएंगे। इसमें 150 रुपए की वैक्सिन चार्ज तथा 100 रुपए अस्पतालों के सर्विस चार्ज शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों तथा 45 वर्ष से अधिक आयु के शुगर, हार्ट इत्यादि गंभीर बीमारियों से पीडि़त लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने आज विडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सभी सिविल सर्जनस, पैनल पर सभी निजी अस्पतालों के निदेशकों को सम्बोधित किया। उन्होंने सिविल सर्जनस को निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने स्तर पर सभी अस्पतालों में कोल्ड चैन बरकरार रखने के लिए निगरानी रखें। इसके साथ ही निजी अस्पतालों में केन्द्र सरकार द्वारा वैक्सिन की कीमत से अधिक वसूली न करना सुनिश्चित करें ताकि मरीजों को समय पर निर्धारित दर पर ही वैक्सिन प्राप्त हो सके।
विज ने कहा कि आज प्रधानमंत्री ने कोरोना वैक्सिन लगवाकर लोगों को इसके लिए प्रोत्साहित किया। इसलिए सभी सिविल सर्जनस को चाहिए कि वे लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाएं ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उक्त अस्पतालों के अतिरिक्त भी अन्य टीकाकरण स्थल बनाने पर विचार करें ताकि तीसरे चरण से संबंधित सभी लोगों को उनके घरों के आसपास ही वैक्सिन दी जा सके और वे वैक्सिन लेने में किसी प्रकार का संकोच न करें।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वैक्सिनेशन के पहले चरण में अभी तक करीब 70 प्रतिशत हेल्थ वर्कर्स तथा दूसरे चरण में करीब 50 प्रतिशत से अधिक फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण किया जा चुका है। इसके साथ ही फ्रंटलाइन पर काम करने वाले वर्कर्स में निकाय कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिस, सिविल डिफेंस के कर्मचारी, जेल का स्टाफ, पंचायती राज संस्थाएं तथा राजस्व विभाग के कर्मचारियों का टीकाकरण किया जा रहा है।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम, हरियाणा आयुष्मान भारत योजना की सीईओ अमनीत पी कुमार, एनएचएम के मिशन निदेशक प्रभजोत सिंह, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. सुरजभान कम्बोज सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।