CHANDIGARH: आज डॉ. बी. आर. अम्बेडकर एससी बीसी इम्प्लाइज वेल्फेयर एसोसिएशन यूटी चंडीगढ़ का एक प्रतिनिधिमंडल डॉ. धर्मेन्द्र के नेतृत्व में चंडीगढ़ के पूर्व लोकसभा सांसद एवं भारत के अपर महासॉलिसिटर सत्य पाल जैन से मिला और देश के माननीय गृहमंत्री अमित शाह और चंडीगढ़ के प्रशासक वी पी सिंह बदनौर के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने सत्य पाल जैन को चंडीगढ़ में एससी समाज के कर्मचारियों को प्रमोशन्ज में आ रही समस्याओं के बारे में बताया।
डॉ. धर्मेन्द्र ने उन्हें बताया कि चंडीगढ़ के शिक्षा विभाग, तकनीकी शिक्षा विभाग और पुलिस डिपार्टमेंट में एससी कर्मचारियों के साथ प्रमोशन्ज में भेदभाव किया जा रहा है। एससी समाज के कर्मचारियों को प्रमोशन में रिजर्वेशन नहीं दी जा रही है। चंडीगढ़ प्रशासन के ही समाज कल्याण विभाग और चंडीगढ़ प्रशासन के परसोनल डिपार्टमेंट ने इस सम्बन्ध में चंडीगढ़ प्रशासन के सभी विभागाध्यक्षों को समय-समय पर निर्देश जारी किये हैं कि रिजर्वेशन रोस्टर बनाए जाएं और रिजर्वेशन पॉलिसी लागू करते हुए एससी कर्मचारियों की प्रमोशन की जाए लेकिन कई विभागों में रिजर्वेशन रोस्टर लागू नहीं किए जा रहे हैं और ना ही प्रमोशन में रिजर्वेशन पॉलिसी लागू की जा रही है। सोशल वेल्फेयर डिपार्टमेंट ने 11-11-2020 को सभी विभागों के अध्यक्षों को जो पत्र जारी किया है उसमें तो स्पष्ट किया है कि गवर्नमेंट ऑफ इंडिया और चंडीगढ़ प्रशासन के परसोनल डिपार्टमेंट की ओर से कोई भी ऐसे निर्देश जारी नहीं किये गये हैं जिसमें प्रमोशन में रिजर्वेशन को रोका गया हो इसीलिए एससी केन्डिडेट्स को प्रमोशन में रिजर्वेशन दी जाए और बैकलॉग पूरा किया जाए ।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ के शिक्षा विभाग ने स्वयं पत्र जारी करके डॉ. बी आर अम्बेडकर एससी बीसी इम्प्लाइज वेल्फेयर एसोसिएशन यूटी चंडीगढ़ को सूचित किया है कि शिक्षा विभाग में नोन टीचिंग पोस्ट्स में प्रमोशन्ज में रिजर्वेशन पॉलिसी लागू की जा रही है। एसोसिएशन ने जैन को उस पत्र की कॉपी भी सौंपी।
सत्यपाल जैन ने प्रतिनिधिमंडल की बात को ध्यान से सुना और आश्वासन दिया कि उनकी मांग जायज है और रिजर्वेशन पॉलिसी के तहत एससी समाज के कर्मचारियों की प्रमोशन्ज की जानी चाहिए। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वो उनकी आवाज को देश के माननीय गृह मन्त्री अमित शाह और चंडीगढ़ प्रशासन के प्रशासक वी पी सिंह बदनौर तक पहुंचाएंगे।
प्रतिनिधिमंडल में डॉ. धर्मेन्द्र, डॉ. सुरेन्द्र पाल चौहान, जतिन्दर बागड़े, डॉ. राजेश जोहल, पूर्व अध्यक्ष सरदार भूपिन्द्र सिंह भागोमाजरा, ऋषिपाल, अजय कुमार, सुरेन्द्र खरेरा, बद्री प्रसाद कौशिक, सुखविंदर सिंह, मनजीत कौर, बलजीत कौर, अनिल कुमार आदि मुख्य रूप से शामिल हुए।