CHANDIGARH: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश की बेटियों की उपलब्धियों पर गर्व प्रकट करते हुए कहा है कि उन्होंने न केवल हरियाणा का, बल्कि देश का विश्व में नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां न केवल खेल, शिक्षा, प्रबंधन, कृषि, उद्योग आदि क्षेत्रों में अग्रणी हैं, बल्कि अब फिल्मों और सौन्दर्य प्रतियोगिताओं में भी परचम लहरा रही हैं।
मुख्यमंत्री आज अपने निवास पर फेमिना मिस ग्रेण्ड इण्डिया मनिका श्योकंद से भेंट के दौरान बातचीत कर रहे थे। कैमिकल इंजीनियर मनिका श्योकंद जिला जींद की रहने वाली हैं। मुख्यमंत्री ने उन्हें व उनके परिजनों को बधाई देते हुए कहा कि उनकी उपलब्धि पर आज पूरे प्रदेश को गर्व है। उन्होंने कामना की कि वे इसी प्रकार आगे बढ़ते हुए विश्व सुन्दरी बनें। उन्होंने मनिका श्योकंद को गीता और शॉल भेंट किये और उनसे गीता का अध्ययन करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि गीता में उन्हें जीवन की सब समस्याओं का समाधान मिलेगा।
हरियाणा की बेटियों की उपलब्धियां
प्रदेश की बेटियों की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मनिका श्योकंद पिछले 6 साल में प्रदेश की तीसरी बेटी हैं, जिन्होंने सौन्दर्य प्रतियोगिताओं में प्रदेश का नाम रोशन किया है। इससे पहले, मानुषी छिल्लर और मीनाक्षी ने भी इसी तरह की सौन्दर्य प्रतियोगिता में बड़ी उपलब्धियां प्राप्त की हैं। मानुषी छिल्लर तो वर्ष 2017 में विश्व सुन्दरी बनी, जबकि मीनाक्षी वर्ष 2018 में रनरअप रही।
उन्होंने कहा कि खेलों में तो प्रदेश की बेटियों ने पदकों की झड़ी लगाकर अपने दमखम का लोहा मनवाया है। इस समय टोकियो ओलम्पिक की तैयारी के लिए कैम्प चल रहा है। उसमें चयनित देश की 37 महिला बॉक्सर में से 22 हरियाणा की हैं।
बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ के बाद से बेटियों के आगे बढऩे का दौर शुरू
मुख्यमंत्री से बातचीत करते हुए मनिका श्योकंद ने कहा कि प्रदेश में ‘बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ’ अभियान शुरू होने के बाद माता-पिता ने बेटियों को आगे बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब यह अभियान केवल बेटी बचाने और पढ़ाने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि बेटियों को खिलाने और निरंतर आगे बढ़ाने तक चला गया है। उन्होंने कहा कि यह क्रम हम और आगे बढ़ाते रहेंगे। आज इस अभियान के परिणामस्वरूप प्रदेश में लिंगानुपात 871 से बढक़र 922 हो गया है।
पर्यावरण संरक्षण की ब्राण्ड अम्बेसडर
इस अवसर पर मनिका श्योकंद ने मुख्यमंत्री से बातचीत करते हुए भविष्य में पर्यावरण संरक्षण पर काम करने का संकल्प व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए न केवल जल, वायु और मिट्टी का बचाना जरूरी है, बल्कि उपयोग किये गये उत्पादों का सही से निपटान करना भी जरूरी है। विशेषकर, सैनेटरी पैड का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसको बनाने में प्लास्टिक की अपेक्षा बॉयोडिग्रेडेबल सामग्री जैसे कि कॉटन, बांस, केला, जूट आदि का उपयोग किया जाना चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे इस बारे उद्यमियों से विचार-विमर्श कर कारगर कदम उठाएं।
मुख्यमंत्री ने मनिका श्योकंद की पर्यावरण संरक्षण के प्रति रुचि को देखते हुए उन्हें प्रदेश में ‘मेरा पानी-मेरी विरासत योजना’ का ब्राण्ड अम्बेसडर बनने का सुझाव दिया, जिस पर मनिका श्योकंद व उनके परिजनों ने तुरंत सहमति व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में भूजल स्तर की गिरावट को देखते हुए जल को बचाने की बड़ी जरूरत है। यह न केवल आम आदमी के जीवन की समस्या है, बल्कि प्रदेश में किसानों और कृषि की जीवन रेखा है। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य से हमने ‘मेरा पानी- मेरी विरासत योजना’ शुरू की है। इसमें धान के स्थान पर कम पानी से उगने वाली फसलें बोने पर किसान को प्रति एकड़ 7 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है। उन्होंने बताया कि खरीफ-2020 में 97 हजार एकड़ भूमि पर धान की जगह अन्य फसलें बोई गईं और इस कारण इस बार धान उत्पादन भी कम हुआ है।
इस अवसर पर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित कुमार अग्रवाल, मीडिया सलाहकार अमित आर्य, मनिका श्योकंद की माता श्रीमती ममता श्योकंद, पिता श्री सूरजमल श्योकंद व उसके मामा-मामी व भाई उपस्थित थे।