CHANDIGARH: सेक्टर-16 स्थित जनरल अस्पताल में एक युवक की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया। उन्होंने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। इस दौरान सूचना पाकर चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री शशिशंकर तिवारी भी मौके पहुंचे और स्वास्थ्य विभाग की निदेशक तथा पुलिस को लिखित शिकायत देकर इस मामले में आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई की मांग की।
गर्दन में दर्द की शिकायत के बाद भर्ती कराया था युवक को
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री शशिशंकर तिवारी ने बताया कि मृतक युवक हरी चंद्र (उम्र 20 वर्ष) पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कालेज सेक्टर-11 का बीएससी फाइनल ईयर का छात्र था। उसके पिता रामदेव तिवारी ने उसको गर्दन में दर्द होने के कारण 10 फरवरी को सेक्टर-16 अस्पताल की इमरजैंसी में भर्ती करवाया था। उनका आरोप है कि डॉक्टर कल से ही इलाज में लापरवाही कर रहे थे। रामदेव तिवारी सीनियर डॉक्टर से प्रार्थना करते रहे कि बेटा हरीचंद्र दर्द से कराह रहा है। उसको जल्दी दवाई की जरूरत है लेकिन सीनियर डॉक्टर ने खुद आने के बजाय स्टूडेंट डॉक्टर को भेज दिया।
दो घंटे तक नहीं मिली ऑक्सीजन
स्टूडेंट डॉक्टर ने कि युवक को सांस लेने में दिक्कत है और आक्सीजन लगाने की जरूरत है लेकिन मौके परआक्सीजन खत्म हो गई थी। तिवारी ने बताया कि इसके बाद सीनियर डॉक्टर से कहा गया कि आक्सीजन मंगवा दो लेकिन 2 घंटे तक आक्सीजन नही आई, जिसके कारण हरी चंद्र ने दम तोड़ दिया। इसके बाद मृतक के परिजन काफी संख्या में अस्पताल में इकट्ठे हो गए और चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री शशिशंकर तिवारी के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया।
कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस को भी दी शिकायत
हंगामे की सूचना पाकर सेक्टर-17 थाना प्रभारी रामरत्न शर्मा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत कराया। बाद में युवक के परिजनों ने चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री शशिशंकर तिवारी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की डायरेक्टर अमनदीप कौर कंग तथा सेक्टर-17 थाना प्रभारी रामरत्न शर्मा को लिखित शिकायत देकर आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। इस पर दोनों अफसरों ने उन्हें आश्वासन दिया कि पूरे केस की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।