CHANDIGARH: दिल्ली बार्डर पर लगभग 50 दिनों से चल रहे किसान आंदोलन में शहीद हुए 72 के करीब किसानों की शहादत को याद करते हुए नए कृषि कानूनों के खिलाफ चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने आज शाम को सेक्टर-30 में कैंडल मार्च निकाला। इसमें चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा, नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष व एरिया पार्षद दविंदर सिंह बबला भी पहुंचे।
अंधी-बहरी है मोदी सरकार: प्रदीप छाबड़ा
इस मौके पर प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि केंद्र में बैठी अंधी व बहरी मोदी सरकार को कड़कती ठंड में बैठे व काले कानूनों के खिलाफ शहादत देते किसान नहीं दिख रहे हैं। देश का लाखों अन्नदाता सड़कों पर अपनी आने वाली नस्ल व फसल की लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस डटकर किसानों के साथ खड़ी है और तब तक ये आंदोलन जारी रहेगा जब तक सरकार काला कानून वापस नहीं लेती।
इस लड़ाई में अंततः जीत किसानों की ही होगी: बबला
नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष दविंदर सिंह बबला ने कहा कि सरकार ने तानाशाही की हद्दे पार कर दी हैं। किसान आंदोलन को तोड़ने की हर सम्भव कोशिश हो रही है लेकिन किसी भी दबाव में न आकर व शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन को चलाकर किसानों ने इसे ऐतिहासिक बना दिया है। इस लड़ाई में अंततः जीत किसानों की ही होगी। इस अवसर पर चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के सचिव यादविंदर मेहता ने कहा कि किसानों के इस आंदोलन को देश की आम जनता का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। सरकार को झुकना होगा और काला कृषि कानून वापस लेना होगा।
कैंडल मार्च में ये लोग भी रहे मौजूद
कैंडल मार्च में महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष सरोज शर्मा, जसपाल सजवाण, ललित खुराना, मनदीप, जतिन, दविंदर हांडा, कपिल, साहिल थापा, दविंदर कुमार, बलबीर सिंह, गुरसेहज सिंह, शगुन, वीनस तोमर, अमित गांधी, रशवीर सिंह, अमित कुमार, आशुतोष, हरस्वरूप सिंह, अनुज, विनीत, लवली, विक्की सिंह, रूपेश यादव, सचिन भारद्वाज, सुरिंदर सिंह समेत सैकड़ों की तादाद में महिलाएं, युवा व स्थानीय निवासी शामिल हुए।