CHANDIGARH: 2021 के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव में हार के बाद कांग्रेस नगर निगम अधिकारियों व भाजपा के खिलाफ वार-दर-वार करने में लगी है। आज चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने राज्य चुनाव आयोग को पत्र लिखकर चुनाव के दौरान नियमों का उल्लंघन, अनियमितता व धांधली होने के अपने आरोप को दोहराते हुए संबंधित निगम अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
यह कहा है पत्र में
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा, पार्षद दविंदर सिंह बबला, गुरबख्श रावत, शीला फूल सिंह, सतीश कैंथ व रविंदर कौर गुजराल ने राज्य चुनाव आयोग को संयुक्त रूप से लिखे पत्र में कहा है कि मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव में अधिकारियों की मिलीभगत से बेहद आपत्तिजनक तरीके से जिस तरह सत्तारूढ़ दल ने लोकतांत्रिक मानदंड की धज्जियां उड़ाई हैं, उसको लेकर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भारत को हमेशा अपने लोकतंत्र पर गर्व है और देश ने हमेशा स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव कराने में सर्वोच्च पारदर्शिता के साथ उच्चतम मानकों को निर्धारित किया है लेकिन अफसोस की बात है कि कल चंडीगढ़ में हुए मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव में सबकुछ इसके उलट हुआ। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ कांग्रेस के अनुरोध पर नगर निगम के सचिव अनिल गर्ग ने 7 जनवरी 2021 को एक आदेश पारित किया था मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव की प्रक्रिया के दौरान नगर निगम के असेंबली हॉल में मोबाइल फोन, कैमरा, हथियार और कोई भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने की अनुमति नहीं होगी लेकिन इन आदेशों पर नगर निगम के सचिव अनिल गर्ग और चुनाव के पीठासीन अधिकारी अजय दत्ता ने आंखें मूंद लीं। यह दुखद था कि पार्षदों द्वारा अधिकारियों की मौजूदगी में न केवल कैमरों वाले स्मार्टफोनों को खुलेआम असेंबली हॉल में ले जाया गया, बल्कि बैलेट की गोपनीयता भी नहीं रखी गई, क्योंकि मतदान के दौरान बैलेट डालने वाले एरिया को मानक के अनुसार ठीक से छिपाया नहीं गया था, जो कि नियम में निर्धारित है।
भारतीय लोकतंत्र को शर्मसार किया गया
कांग्रेस नेताओं ने पत्र में कहा कि जिस तरह चुनाव कराया गया है उसने पूरी लोकतांत्रिक व्यवस्था की अनदेखी और भारतीय लोकतंत्र को शर्मसार कर दिया है। यह सब सत्तारूढ़ दल के राजनीतिक दबाव और अधिकारियों की कथित मिलीभगत के कारण हुआ है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अधिकारियों और सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के बीच तालमेल का खेल तब शुरू हुआ था जब प्रशासन के अधिकारियों द्वारा मेयर के उम्मीदवारों में से एक के नामांकन पत्र को मनमाने ढंग से खारिज कर दिया गया था। चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने चुनाव आयोग से अपील की है कि 2021 के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर चुनाव की उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए और जांच को समयबद्ध तरीके से पूरा कर अनियमितताओं की जवाबदेही तय की जानी चाहिए। साथ ही दोषी अधिकारियों और अन्य के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि चंडीगढ़ और देश के लोगों का भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास बरकरार रह सके।