कहा- किसानों की मांग पर सरकार फौरन रद्द करे तीनों कृषि कानून, किसानों को दी जाए एमएसपी की गारंटी
JHAJJAR: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि किसानों की मांग मानते हुए केंद्र सरकार को फौरन तीनों कृषि कानून रद्द करने चाहिए और किसानों को एमएसपी की गारंटी देनी चाहिए। हुड्डा ने कहा कि अन्नदाता की बात मानना सरकार की ज़िम्मेदारी है। हमने भी सरकार में रहते हुए किसान हित को हमेशा प्राथमिकता दी। हमारी सरकार के समय किसानों को उनकी फसलों कपास, धान, गेहूं, गन्ना, पोपुलर आदि के उचित दाम मिले। इसलिए हमारी सरकार के दौरान प्रदेश में कोई किसान आंदोलन नहीं हुआ। हुड्डा ने ऐलान किया कि मौजूदा सरकार अगर किसानों की मांग नहीं मानती है तो कांग्रेस सरकार बनने पर ये काम किया जाएगा।
3 कृषि कानूनों से कॉरपोरेट घरानों को होगा फायदा, किसानों को होगा नुकसान
हुड्डा शुक्रवार को झज्जर में पूर्व शिक्षा मंत्री और विधायक गीता भुक्कल के निवास पर पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौक़े पर उन्होंने कहा कि नये कानून किसानों की बजाय कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाए गए हैं। इन कानूनों से किसानों को नुकसान होगा, इसीलिए किसान इसका विरोध कर रहे हैं। वो किसानों की मांगों का पूर्ण समर्थन करते हैं और पहले दिन से इस लड़ाई में उसके साथ खड़े हैं। क्योंकि किसान की दिक्कत पूरे देश की सांझा दिक्कत है। उन्होंने कहा कि फसल बेशक किसान अकेला बोता है, लेकिन उसे खाता पूरा देश है। मौजूदा सरकार किसान और नौजवान दोनों की अनदेखी कर रही है। आज किसान खुले आसमान के नीचे सर्दी के थपेड़े झेल रहा है और नौजवान बेरोजगारी की मार झेल रहा है।
हरियाणा में हर तीसरा आदमी बेरोजगार
हुड्डा ने सीएमआईई द्वारा जारी की गई दिसंबर महीने की ताजा रिपोर्ट का ज़िक्र करते हुए कहा कि हरियाणा एकबार फिर बेरोजगारी में टॉप पर है। अबकी बार बेरोजगारी दर 32.5 प्रतिशत आंकी गई है। इसका मतलब यह हुआ कि हरियाणा में हर तीसरा आदमी बेरोजगार है। हरियाणा की बेरोजगारी दर राष्ट्रीय औसत से भी चार गुना ज्यादा है। हुड्डा ने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि सरकार रोजगार देने की बजाय छीनने में लगी है। हुड्डा ने नौकरी से निकाले गए पीटीआई, ड्राइंग टीचर्स और ग्रुप डी कर्मचारियों को फिर से नौकरी पर रखने की मांग की। पत्रकार वार्ता से पहले भूपेंद्र सिंह हुड्डा गांव साल्हावास में शहीद नायब सूबेदार रविंद्र के घर पहुंचे और उनके परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने शहीद रविंद्र को श्रद्धासुमन अर्पित किए और श्रद्धांजलि दी।