CHANDIGARH: हरियाणा में कोविड-19 वैक्सीन लगाने की पूरी प्रक्रिया को त्रुटिरहित बनाने के मकसद से स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की योजना के अनुसार पंचकूला जिले में ‘ड्राई रन’ चलाया गया। चंडीगढ़ में भी शनिवार को ड्राई रन (पूर्वाभ्यास) सफलतापूर्वक पूरा हो गया। चंडीगढ़ के सेक्टर-16 अस्पताल, मनीमाजरा व सेक्टर-22 के सिविल हॉस्पीटल में यह ड्राई रन किया गया। पीजीआई की टीम ने भी इसका जायजा लिया। सेक्टर-16 अस्पताल में हेल्थ केयर वर्कर के तौर पर अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड राकेश कुमार को पहला डमी टीका लगाया गया।
सेक्टर-16 अस्पताल की न्यू ओपीडी बिल्डिंग में 6वीं मंजिल पर टीकाकरण केंद्र बनाया गया है। निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार सबसे पहले प्रवेश द्वार पर गार्ड राकेश कुमार के मोबाइल फोन में भारत सरकार के पोर्टल द्वारा आए मैसेज की जांच की गई। फिर उन्हें टीकाकरण केंद्र में प्रवेश दिया गया। यहां एक कमरे में मेडिकल ऑफिसर ने राकेश कुमार के पहचान पत्र की जांच की। उसके बाद उन्हें टीका लगवाने के लिए अंदर भेजा गया। टीकाकरण अफसर ने राकेश कुमार को डमी वैक्सीन का टीका लगाया। इसके बाद राकेश कुमार को 10 मिनट तक रेस्ट रूम में रोकने के बाद बाहर भेजा गया। ड्राई रन के दौरान चंडीगढ़ की स्वास्थ्य निदेशक डॉ. अमनदीप कंग, सेक्टर-16 अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. वीके नागपाल और अन्य चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि कोरोना टीकाकरण के लिए पंजीकृत हेल्थ केयर वर्कर्स में से 75 का चयन ड्राई रन के लिए किया गया था। उनको कल ही उनके मोबाइल फोन पर टीका लगवाने का संदेश भेजा गया। शनिवार को इन सभी हेल्थ केयर वर्कर्स ने ड्राई रन की प्रक्रिया में अपना मैसेज दिखाकर अपना डमी टीकाकरण कराया।
उधर, पंचकूला में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने इस मौके पर कहा कि कोविड-19 वैक्सीन लगाने की सुचारू प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा हरियाणा में 2 जनवरी, 2021 को ‘ड्राई रन’ की योजना बनाई गई थी। ‘ड्राई रन’ संचालित करने का प्राथमिक उद्देश्य कोविड-19 वैक्सीन रोलआउट की पूरी प्रक्रिया का शुरू से अन्त तक अभ्यास करना था ताकि इसके क्रियान्वयन में आने वाली तमाम चुनौतियों की पहचान की जा सके। इससे वैक्सीन रोल आउट के वास्तविक कार्यान्वयन के लिए विस्तृत योजना तैयार करने में मदद मिलेगी और विभिन्न स्तरों पर कार्यक्रम प्रबंधकों में भी आत्मविश्वास आएगा। उन्होंने कहा कि इस ‘ड्राई रन’ से जिला और ब्लॉक स्तर पर तैयारियों का जायजा लेने व समीक्षा करने और अनुभव पर आधारित डेटा एकत्र करने में भी मदद मिलेगी। इसके अलावा, कोविड-19 वैक्सीन रोल आउट का सफल कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए प्रदेशभर में 7 जनवरी 2021 को भी ‘ड्राई रन’ की योजना बनाई गई है।
प्रदेश में 7 जनवरी को संचालित किए जाने वाले ‘ड्राई रन’ के बारे में अन्तरिम योजना का विवरण देते हुए अरोड़ा ने बताया कि प्रत्येक जिले में तीन सैशन साइट्स का चयन किया जाएगा। आज पंचकूला में जिन स्थानों पर ‘ड्राई रन’ का आयोजन किया गया, उनके बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि आज जिला पंचकूला में 4 चिन्हित स्थलों पर ‘ड्राई रन’ संचालित किया जा रहा है, जिनमें से 2 स्थल शहरी और 2 ग्रामीण क्षेत्र में हैं। शहरी क्षेत्रों में साइट्स सेक्टर-4 डिस्पेंसरी और सेक्टर-8 डिस्पेंसरी में हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र-कोट और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र-रायपुररानी में हैं। अरोड़ा ने कहा कि बढ़ी हुई क्षमता वाले राज्य के मौजूदा सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के प्लेटफॉर्म का उपयोग कोविड-19 वैक्सीन लगाने के लिए किया जाएगा। केन्द्र सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार, कोविड-19 वैक्सीन लगाने की शुरुआत वर्ष में क्रमिक रूप से कई समूहों से होगी और इसे हेल्थ केयर वर्कर्स से शुरू किया जाएगा। श्रेणी-1 के तहत स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाएगा। श्रेणी-2 के अन्तर्गत पालिका और सफाई कार्यकर्ता, राज्य और केंद्रीय पुलिस बल, सिविल डिफेंस और सशस्त्र बलों जैसे फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओं का टीकाकरण किया जाएगा। श्रेणी-3 के अन्तर्गत 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और श्रेणी-4 में 50 वर्ष से कम आयु के ऐसे लोगों का टीकाकरण किया जाएगा जो बीमार हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम), हरियाणा के मिशन निदेशक प्रभजोत सिंह ने इस अवसर पर बताया कि प्रदेश में एक वर्ष में लगभग 67 लाख लोगों को टीका लगाया जाएगा। इनमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता लगभग (2 लाख), फ्रंट लाइन वर्कर्स (4.5 लाख), 50 साल की आयु से ऊपर की आबादी (58 लाख), 50 साल से कम आयु के ऐसे लोग जो बीमार हैं (2.25 लाख), शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस गतिविधि की निगरानी सभी स्तरों पर की जा रही है और समग्र कार्यान्वयन की निगरानी करने तथा किसी भी किस्म की चिंता या समस्या की पहचान करने के लिए प्रत्येक सैशन साइट पर राज्य स्तर के पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है।
प्रभजोत सिंह ने आगे बताया कि पंचकूला में ‘ड्राई रन’ की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई थी जिसमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक, राज्य विस्तारित कार्यक्रम प्रतिरक्षण अधिकारी, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), यूनाइटेड नेशनल डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी), सिविल सर्जन और जिला प्रतिरक्षण अधिकारी, पंचकूला के अलावा चिन्हित टीकाकरण स्थलों की क्षेत्रीय टीमें शामिल हुईं। प्रतिभागियों को वैक्सीन और लाभार्थी प्रबंधन के लिए कोविन प्लेटफॉर्म के परिचालन और उपयोग पर प्रशिक्षण भी दिया गया।