CHANDIGARH: हरियाणा राज्य चौकसी ब्यूरो ने थाना खेडक़ी दौला, गुरुग्राम के मुख्य सिपाही अमित को उत्तम नगर, दिल्ली के एक कॉल सेन्टर मालिक नवीन भूटानी से पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि नवीन भूटानी ने ब्यूरो में एक शिकायत की थी कि उसने करनाल की एक पार्टी के साथ कुछ समय बिजनैस किया था और उस पार्टी के साथ उसका पैसों के लेन-देन के संबंध में झगड़ा हो गया था। इसी संबंध में उन्होंने उसे अप्पू घर गुरुग्राम में मिलने बुलाया था। वहां से कुछ पुलिस वाले उसे गाड़ी में बैठाकर थाना खेडक़ी दौला में एस.एच.ओ. विशाल के पास ले गए और एस.एच.ओ. ने अपने ऑफिस में उसके साथ मारपीट की और उसका लैपटाप चैक किया। लैपटाप से उसके कारोबार के बारे में जानकर एस.एच.ओ. ने उससे एक करोड़ रुपये की मांग की और न देने पर पूरी उम्र जेल में कटवाने की धमकी दी। डर के मारे उसने फोन पर अपने घर वालों और रिश्तेदारों से सम्पर्क कर 57 लाख रुपये का इंतजाम किया।
उस दिन उन्होंने उसे एक फार्म पर रखा और अगले दिन उसके दोस्त मोनू ने मुख्य सिपाही अमित को 57 लाख रुपये का बैग दिया तब जाकर उन्होंने उसे छोड़ा, लेकिन उसके दस्तावेज व लैपटाप वापिस नहीं किये। उसके बाद उसकी लैपटाप व दस्तावेजों के बारे में मुख्य सिपाही अमित से फोन पर बात होती रही, जिसने उसे कहा कि लैपटाप व दस्तावेज देने की एवज में एस.एच.ओ. विशाल 10 लाख रुपये और मांग रहा है। उसने बताया कि उसने उस बातचीत की रिकार्डिंग कर ली है, जिसमें उन्होंने उसके लैपटाप व दस्तावेजों की एवज में पांच लाख रुपये पहले व पांच लाख रुपये बाद में देने की बात कही थी।
प्रवक्ता ने बताया कि उपरोक्त शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए ब्यूरो द्वारा एक टीम का गठन किया गया जिसने मुख्य सिपाही अमित को पांच लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। अभियुक्त के विरुद्घ ब्यूरो के गुरुग्राम स्थित थाना में भ्रष्टाचार अधिनियम व भारतीय दण्ड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत अभियोग दर्ज किया गया है और मामले की जांच जारी है।