द हिड्न टैलेंट वेलफेयर एंड ट्रस्ट की गजल महफिल में गायकों ने बांधा समां

PANCHKULA, 13 OCTOBER: द हिडन टैलेंट वेलफेयर एंड ट्रस्ट द्वारा ट्रस्ट की फाउंडर वीना सोफ्त के नेतृत्व में गजल-ए-महफिल कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें चंडीगढ़ ट्राइसिटी सहित पंजाब व हरियाणा से आए अव्यावसायिक गजल गायकों ने हिस्सा लिया और एक से बढ़कर एक गजल श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया।

इस संगीतमय कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यातिथि अंतर्राष्ट्रीय सूफी गायक उस्ताद नीले खान, समाजसेवी भगवान दास गुप्ता, सुर संगीत संस्था के प्रेसीडेंट प्रदीप शर्मा ने किया। इस दौरान उनके साथ कार्यक्रम की आयोजक वीना सोफत, गेस्ट ऑफ ऑनर समाजसेवी जया गोयल, सीमा भारद्वाज, वेद व्रत खुराना, संजीव कौड़ा, प्रदीप वर्मा, शिव आनंद ने दीप प्रज्वलित किया। इसके उपरांत गजल गायकों ने गजलें सुनाईं। गायकों ने गजल सम्राट जगजीत सिंह, गुलाम अली, भूपिंदर हज़ारिका, चंदन दास जैसे प्रतिष्ठत गायकों द्वारा गाई गई गजलों को अपनी आवाज में प्रस्तुत करने का बेहतर प्रयास किया। कार्यक्रम में कुल 32 सदाबहार गडले शामिल की गईं।

कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए ट्रस्ट की फाउंडर वीना सोफत ने जगजीत सिंह की प्रसिद्ध गजल ‘तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो, गाकर श्रोताओं का मन मोह लिया। गायिका कंचन भल्ला ने रैना बीती जाए, शाम न आए गजल प्रस्तुत की, जिसने सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने मंच का संचालन भी बखूबी किया। अन्य गजल गायकों ने चिट्ठी आई है, होश वालों को खबर क्या, छू लेने दो नाज़ुक होंठों को, नियते शौक, हम तेरे शहर में आए हैं मुसाफिर की तरह, अंखियन संग अंखिया लागीं, झनक-झनक तोरी बाजे पायलिया, ये रात भीगी-भीगी, मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा, अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें, प्यार का पहला खत लिखने में जैसी गजलें प्रस्तुत कर समां बांध दिया। संगीत का प्रबंधन राजबीर सिंह द्वारा किया गया था। इस अवसर पर ट्रस्ट की फाउंडर वीना सोफत ने सभी श्रोतागणों का आभार जताया और कहा कि इस कार्यक्रम का उदेश्य अव्यावसायिक गायकों को मंच प्रदान करना था, ताकि वे अपने अंदर के टैलेंट को उभार सके।

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