जम्मू-कश्मीर के बाद हरियाणा की कई विधानसभा सीटों पर किया धुआंधार चुनाव प्रचार, कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए मांगे वोट
CHANDIGARH, 3 OCTOBER: चंडीगढ़ के दिग्गज कांग्रेस नेता हाफिज अनवर उल हक भले ही हाल के लोकसभा चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल के गुट से संबद्ध होने के कारण चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी से बाहर कर दिए गए लेकिन चंडीगढ़ के साथ हरियाणा, पंजाब एवं जम्मू-कश्मीर तक अपनी अलग पहचान रखने वाले हाफिज अनवर उल हक का कद कांग्रेस नेता के रूप में कितना बड़ा है, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर की कई विधान सभा सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार में व्यस्त रहने के बाद हाफिज अनवर उल हक ने पिछले चार दिन में हरियाणा की भी कई विधानसभा सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए जनसभाओं को संबोधित कर वोट मांगे।
हरियाणा में आज विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का अंतिम दिन था। लिहाजा, आज हाफिज अनवर उल हक ने हरियाणा में तूफानी दौरे किए तथा कांग्रेस उम्मीदवारों की जनसभाओं को संबोधित किया। उन्होंने आज फिरोजपुर झिरका विधानसभा सीट पर उम्मीदवार मामन खान के लिए, नूंह में आफताब अहमद, पुन्हाना में मोहम्मद इलियास, महेंद्र गढ़ में राव दान सिंह के लिए वोट मांगे।
इससे पहले हाफिज अनवर उल हक ने होडल में चौधरी उदयभान, फरीदाबाद एनआईटी में नीरज शर्मा, थानेसर में अशोक अरोड़ा, ऊंचा कलां में बृजेंद्र सिंह, नांगल चौधरी में मंजू चौधरी, अंबाला सिटी में निर्मल सिंह, कालका में प्रदीप चौधरी, नारायण गढ़ में शैली चौधरी, लाडवा में मेवा सिंह, गढ़ी सांपला किलोई में चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा, जगाधरी में अकरम खान, हथीन में मोहम्मद इजरायल, पलवल में करण दलाल आदि के लिए चुनाव प्रचार करते हुए लोगों से कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की। इस दौरान सभी स्थानों पर कांग्रेस नेता अनवर उल हक का जोरदार स्वागत किया गया।
हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवारों के समर्थन में जनसभाओं को संबोधित करते हुए हाफिज अनवर उल हक ने अपने संबोधन में कहा कि देश में लोकसभा चुनाव-2024 से शुरू हुई भाजपा की उल्टी गिनती अब हरियाणा व जम्मू-कश्मीर के रिजल्ट के बाद और तेज हो जाएगी, क्योंकि अब कांग्रेस आ रही है, भाजपा जा रही है। उन्होंने नारा दिया, आठ अक्तूबर-भाजपा रफू-चक्कर। उन्होंने कहा कि पांच अक्तूबर को हरियाणा की जनता मतदान के माध्यम से राज्य में भाजपा का बिस्तर हमेशा के लिए बांध देगी। इसके बाद आठ अक्तूबर को वोटों की गिनती जब शुरू होगी तो भाजपा हरियाणा से रफू-चक्कर होती दिखेगी।
हाफिज अनवर उल हक ने कहा कि भाजपा ने अपने दस साल के शासन में हरियाणा के लोगों को सिर्फ परेशान किया। हरियाणा को इस कदर सांप्रदायिकता की आग में झोंकने की कोशिश की कि चुनावों में हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण हो लेकिन हरियाणा का हिंदू वर्ग भी अब भाजपा की चालों को समझ चुका है, वो अब भाजपा के इन नापाक इरादों को कभी कामयाब नहीं होने देंगे। हाफिज अनवर उल हक ने कहा कि हरियाणा आपसी भाईचारे का प्रदेश है। यहां हिंदू-मुस्लिम हमेशा एक-दूसरे के सहयोगी बनकर रहते आए हैं लेकिन सांप्रदायिक मानसिकता वाली भाजपा को हरियाणा की यह अमन पसंद तहजीब अच्छी नहीं लगती। क्योंकि इससे उसको सत्ता नहीं मिल सकती। सत्ता की भूखी भाजपा हमेशा हिंदू-मुस्लिम को आपस में लड़ाकर अपना उल्लू सीधा करना चाहती है। गरीबों व किसानों के हक छीनकर बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाना चाहती है लेकिन भाजपा अब पूरे देश में बेनकाब हो चुकी है। हाफिज अनवर उल हक ने कहा कि हरियाणा व जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में हार के बाद भाजपा 2029 के लोकसभा चुनाव में देश की सत्ता से भी बाहर हो जाएगी, देश की जनता ने इसके लिए मन बना लिया है।