चंडीगढ़ में डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन के मामले पर मेयर को लगा बड़ा झटका, कड़े विरोध के मद्देनजर एजेंडा डैफर

डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी की सहमति के बिना ही निगम हाउस की मीटिंग में एजेंडा पास कराना चाहते थे मेयर

चेयरमैन ओमप्रकाश सैनी ने दी चेतावनी- धक्केशायी की गई तो नगर निगम दफ्तर और मेयर का होगा घेराव

CHANDIGARH, 26 SEPTEMBER: चंडीगढ़ नगर निगम हाउस की बैठक में आज मेयर कुलदीर कुमार को उस समय बड़ा झटका लगा जब शहर में डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन के संबंध में निगम हाउस की मीटिंग में डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी की आपत्तियों के बावजूद लाए गए एजेंडे को मेयर कुलदीप कुमार पास नहीं करा सके और कई पार्षदों की तरफ से किए गए विरोध को देखते हुए इस एजेंडे को डैफर कर दिया गया। अब डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी ने इस मुद्दे पर मेयर कुलदीप कुमार की कड़ी निंदा करते हुए उन्हें वाल्मीकि समाज का विरोधी बताया है। साथ ही इस एजेंडे पर डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी का समर्थन करने वाले पार्षदों का धन्यवाद व्यक्त किया है। सोसाइटी ने चेतावनी भी दी है कि यदि मेयर कुलदीप कुमार ने इस एजेंडे को भविष्य में डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी की सहमति के बिना लागू कराने की कोशिश की तो नगर निगम कार्यालय तथा मेयर कुलदीप कुमार का घेराव किया जाएगा।

दरअसल, चंडीगढ़ में डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन करने वाले कर्मचारियों के हित में डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी लंबे समय से कई मांगें उठा रही है लेकिन अभी तक इनका समाधान नहीं हो पाया है। नगर निगम अब डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी के साथ नया MOU करना चाहता है। इसके लिए डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी व निगम प्रशासन की संबंधित कमेटी के बीच शर्तों को लेकर बातचीत चल ही रही थी कि आज नगर निगम हाउस की बैठक में शहर में डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन के संबंध में एक टेबल एजेंडा रख दिया गया। इस पर भाजपा पार्षदों सौरभ जोशी, जसमन प्रीत सिंह, महेश इंद्र सिद्धू, कंवर राणा के अलावा हरदीप सिंह सैनी, गीता चौहान, मनोनीत पार्षद आदि के द्वारा विरोध को देखते हुए यह एजेंडा डैफर कर दिया गया। चूंकि कोई भी एजेंडा मेयर की स्वीकृति के बिना नहीं लाया जा सकता, इसलिए डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी के चेयरमैन ओमप्रकाश सैनी ने मेयर कुलदीप कुमार पर आरोप लगाया कि मेयर इस एजेंडे को अपनी जिद से डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी तथा सफाई कर्मचारियों को नजरंदाज करके निगम हाउस की बैठक में लाए, इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि मेयर डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन के संबंध में शर्तों पर सोसाइटी की सहमति के बिना एजेंडा कैसे पास करा सकते हैं। इस तरह एजेंडा निगम हाउस की बैठक में लाना वाल्मीकि समाज विरोधी कदम है।

डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी के चेयरमैन ओमप्रकाश सैनी, पूर्व मेयर राजेश कालिया, डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी के प्रधान सुरेंदर कागड़ा, मोनू कागड़ा तथा राजबीर बिड़ला ने एक संयुक्त बयान में मेयर कुलदीप कुमार की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि जो मेयर अपने वार्ड को नहीं संभाल सकता, वो चंडीगढ़ को कैसे संभाल सकता है। उन्होंने कहा कि डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन के संबंध में हर मुद्दे पर दोनों पक्षों यानी डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी व नगर निगम प्रशासन की सहमति जरूरी है। इसके बिना निगम हाउस की बैठक में संबंधित एजेंडा नहीं लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर मेयर कुलदीप कुमार ने डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन करने वाले कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा किया और धक्केशाई की तो डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्टर नगर निगम कार्यालय व मेयर का घेराव करेंगे। डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी के चेयरमैन ओमप्रकाश सैनी ने कहा कि हम हर सफाई कर्मचारी के रोजगार व उसके हकों की रक्षा करने के लिए वचनबद्ध हैं। डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी इसके लिए किसी भी हद तक जा सकती है।

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