गायकों ने सदाबहार गीतों की प्रस्तुति से मचाई धूम, मंत्रमुग्ध हुए श्रोता
CHANDIGARH, 8 SEPTEMBER: द हिड्न टैलेंट वेलफेयर एंड ट्रस्ट द्वारा ट्रस्ट की फाउंडर वीना सोफत के नेतृत्व में सदाबहार फिल्मी गीतों के कार्यक्रम का आयोजन सेक्टर-12 स्थित ब्रिलियंस स्कूल में किया गया, जिसमें चंडीगढ़ ट्राइसिटी सहित पंजाब व हरियाणा से आए अव्यावसायिक गायकों ने हिस्सा लिया और एक से बढ़कर एक सदाबहार गीत प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ ट्रस्ट की फाउंडर वीना सोफत तथा चीफ गेस्ट किंग फिल्म प्रोडक्शन पीएफसी ग्रुप के डायरेक्टर एडवोकेट एसएस सिद्धू व फाउंडर ब्रिलियंस स्कूल श्याम सुंदर तथा समाजसेवी सीमा भारद्वाज व जया गोयल, जय भगवान कंबोज, प्रदीप शर्मा, वेद बागड़ी, संजीव कौड़ा, प्रदीप कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। इसके उपरांत गायकों ने सदाबहार फिल्मी गाने गाए। गायको ने लता मंगेशकर, किशोर कुमार, मोहम्मद रफी, आशा भोसले जैसे प्रतिष्ठत गायकों द्वारा गाए गए गीतों को अपनी आवाज में प्रस्तुत करने का बेहतर प्रयास किया। कार्यक्रम में कुल 32 सदाबहार फिल्मी गीत शामिल थे।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए ट्रस्ट की फाउंडर वीना सोफत ने ‘मुझे तुम मिल गए हमदम’ गाकर श्रोताओं का मन मोह लिया। कार्यक्रम को आगे बढाते हुए गायिका कंचन भल्ला ने जाने क्या तूने कही, जाने क्या मैंने कही रोमांटिक गाना प्रस्तुत किया, जिसने सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। अनिता रतन ने तुम्हें देखती हूं, संजय कौशल ने तेरे बिना जिन्दगी से कोई शिकवा, मनीष कौशल ने रिमझिम के गीत सावन गाए, विनय ने लोग कहते हैं मैं शराबी हूं, सीमा भारद्वाज और प्रदीप वर्मा ने जिस दिन से तुम्हें देखा है, वेद बागड़ी ने मेरी महोब्बत जवां, हरजीत ने ए जाते हुए लम्हों, नरेश ने ए फूलों की रानी, जगतार ने इक अजनबी हसीना से, रजनीश ने ओ मेरे दिल के चैन, विनय कुमार ने तुम भी चलो हम भी चलें जैसे मधुर व सदाबहार गीत गाकर श्रोताओं का दिल जीत लिया और उन्हें झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम में संगीत का प्रबंधन वेद बागड़ी न किया था।
इस अवसर पर ट्रस्ट की फाउंडर वीना सोफत ने कार्यक्रम में आए सभी श्रोतागणों और स्कूल प्रबंधन का आभार जताया और कहा कि कार्यक्रम का उदेश्य अव्यावसायिक गायकों को मंच प्रदान करना था, ताकि वे अपने अंदर के टैलेंट को उभार सकें। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का मकसद सदाबहार गीत गाना प्रतिष्ठत गायकों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देना भी था।