CHANDIGARH, 14 APRIL: खालसा सजना दिवस और बैसाखी के शुभ अवसर पर गुरुद्वारा साहिब पातशाही दसवीं सेक्टर 8-सी, चंडीगढ़ में सुखजिंदर सिंह बहल (अध्यक्ष), सुखजिंदर सिंह बहल (अध्यक्ष), भूपिंदर सिंह (महासचिव), सतनाम सिंह रंधावा (संयोजक) के नेतृत्व में खालसा साजना दिवस के अवसर पर दस्तार प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें चंडीगढ़ के 82 स्कूली छात्रों ने भाग लिया। देश भगत यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. जोरा सिंह ने मुख्य परिचारक की भूमिका निभाई। उन्होंने दस्तारबंदी प्रतियोगिता के विजेताओं को डस्टर भेंट की और सिख धर्म अपनाने तथा पगड़ी के महत्व के बारे में प्रेरित किया। डॉ. जोरा सिंह ने कहा कि बलिदानों से भरा सिख इतिहास हमारे दिलों में बसा हुआ है।
इस अवसर पर गुरुद्वारा साहिब में रागी व ढाडी जत्थों ने संगत को खालसा के बलिदानी इतिहास से जोड़ा। इसमें श्री गुरु हरकृष्ण स. एस। पब्लिक स्कूल सेक्टर 40-सी, श्री गुरु गोबिंद सिंह पब्लिक स्कूल 35-बी और भाई जैता जी फाउंडेशन प्लॉट नं. इस पगड़ी प्रतियोगिता में सेक्टर 28-ए चंडीगढ़ के छात्रों ने भाग लिया। इस आयु वर्ग में (7 से 11 वर्ष): गुरप्रताप सिंह पुत्र एस. जसबीर सिंह (प्रथम स्थान), सुखमनप्रीत सिंह पुत्र स. हरसिमरनजीत सिंह (दूसरा स्थान) और सहजदीप सिंह पुत्र एस. दविंदर सिंह को तीसरा स्थान मिला.
आयु समूह (12 से 17 वर्ष): शरणजीत कौर सीनियर। भूपिंदर सिंह और गुरबीर सिंह पुत्र स्व. जगतार सिंह (प्रथम स्थान) और अर्शदीप सिंह पुत्र एस. गुरदीप सिंह (दूसरा स्थान) और प्रदीप सिंह पुत्र एस. केवल सिंह ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थी डाॅ. ज़ोरा सिंह चांसलर देश भगत यूनिवर्सिटी ने पगड़ी प्रतियोगिता में भाग लेने वाले छात्रों को पगड़ी भेंट की। गुरुद्वारा साहिब की प्रबंधक कमेटी ने डाॅ. ज़ोरा सिंह का विशेष सम्मान किया और उनकी सेवा की सराहना की। गुरु घर में गुरु का लंगर बरताया गया।