प्रॉपर्टी डीलर्स के कई संगठनों ने मीटिंग कर जारी किया संयुक्त संकल्प पत्र
CHANDIGARH, 28 MARCH: लोकसभा चुनाव से पहले चंडीगढ़ के कई प्रॉपर्टी डीलर्स संगठन एकजुट हो गए हैं। इन संगठनों ने एक मीटिंग करके संयुक्त संकल्प पत्र जारी किया है, जिसमें उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि चंडीगढ़ से लोकसभा प्रत्याशी चंडीगढ़ का लोकल नेता हो, न कि कोई बाहरी। इस बार यदि कोई बाहरी उम्मीदवार लाया गया तो वह चुनाव के लिए मतदान के दौरान नोटा के विकल्प को चुनेंगे।
मीटिंग में प्रॉपर्टी डीलरों ने कहा कि चंडीगढ़ के प्रशासन को चलाने वाले बाहरी अफसर भी 3 साल के लिए आते हैं और उन्हें हमारी दिक्कतों का अहसास ही नहीं होता। इसी प्रकार लोकसभा चुनाव में यदि कोई बाहरी कैंडिडेट आएगा तो उसे भी हमारी मुश्किलों की समझ नहीं होगी। उन्होंने कहा कि बाहरी अधिकारियों ने एक साल पहले शेयरवाइज रजिस्ट्री को बैन करके सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर की गलत व्याख्या कर तुग़लकी फैसला ले लिया था, जिससे करीब 500 करोड़ रुपए के प्रॉपर्टी सौदे रुके हुए हैं। इसकी वजह से लोगों को मजबूरन कोर्ट जाना पड़ रहा है, वहीं सरकार का राजस्व का नुकसान अलग हो रहा है।
इस मीटिंग में चंडीगढ़ प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एसोसिएशन , चंडीगढ़ शेयरहोल्डर्स वेलफेयर एसोसिएशन सहित शहर के कई प्रॉपर्टी डीलर्स के संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। चंडीगढ़ प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एसोसिएशन के कमल गुप्ता ने बताया कि शहर के प्रॉपर्टी से संबंधित सभी मुद्दों, जिनमें लीज होल्ड से फ्री होल्ड, मिसयूज वायलेशन, कलेक्टर रेट घटाने और एफआर बढ़ाने जैसी मांगों के साथ-साथ सबसे ज्वलंत मुद्दा शेयरवाइज रजिस्ट्री रोकने पर मीटिंग में विस्तार से चर्चा हुई व सभी ने एकजुटता से संकल्प लिया कि यदि लोकसभा चुनाव में इस पर चंडीगढ़ सीट पर बाहर का कोई नेता होगा तो प्रॉपर्टी डीलर्स नोटा को वोट देंगे। मीटिंग में कमल गुप्ता के अलावा विक्रम चोपड़ा, राजकुमार पाल, सतीश कुमार पाल, गौरव कंसल, जितेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, हरपाल सिंह, तरलोक सिंह, संजीव कुमार आदि मौजूद रहे।