होली पर बिकने वाले चीनी सामान का व्यापारियों व ग्राहकों ने किया बहिष्कारः हरीश गर्ग
CHANDIGARH, 23 MARCH: कन्फेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री एवं चांदनी चौक लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रवीण खंडेलवाल तथा कैट के राष्ट्रीय सचिव हरीश गर्ग ने कहा है कि इस वर्ष होली के त्यौहार से दिल्ली सहित देशभर के व्यापारियों में एक नई उमंग और उत्साह का संचार हुआ है और व्यापार के भविष्य को लेकर एक बार फिर नई आशा जगी है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष होली के त्योहारी सीजन में देशभर के व्यापार में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि के अनुमान के साथ 50 हज़ार करोड़ रुपए से ज़्यादा का व्यापार हुआ है। अकेले दिल्ली में ही 5 हजार करोड़ रुपए के व्यापार का अनुमान है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों की तरह चीनी सामान का न केवल व्यापारियों ने, बल्कि आम लोगों ने भी पूर्ण बहिष्कार किया। होली से जुड़े सामान का देश में आयात लगभग 10 हजार करोड़ का होता है, जो इस बार बिल्कुल नगण्य रहा ।
कन्फेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के चंडीगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष हरीश गर्ग ने कहा कि इस बार होली की त्यौहारी बिक्री में चीन के बने हुए सामान का व्यापारियों एवं ग्राहकों ने बहिष्कार किया और केवल भारत में ही निर्मित हर्बल रंग एवं गुलाल, पिचकारी, ग़ुब्बारे, चंदन , पूजा सामग्री, परिधान सहित अन्य सामानों की जमकर बिक्री हो रही है। वहीं मिठाइयां, ड्राई फ्रूट्स, गिफ्ट आइटम्स, फूल एवं फल, कपड़े , फर्निशिंग फैब्रिक, किराना, एफएमसीजी प्रोडक्ट, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सहित अन्य अनेक उत्पादों की भी जबरदस्त मांग बाज़ारों में दिखाई दे रही है।
हरीश गर्ग के अलावा कंफेडरेशन आफ ऑल इन्डिया ट्रेडर्स के चंडीगढ़ चैप्टर के महासचिव भीम सैन, उपाध्यक्ष प्रेम कौशिक एवं हरिशंकर मिश्रा, सचिव अजय सिंगला ने बताया कि इस वर्ष दिल्ली सहित देशभर में बड़े पैमाने पर होली समारोहों का आयोजन हो रहा है, जिसके चलते बैंक्वेट ह़ॉल, फार्म हाउस, होटलों, रेस्टोरेंट एवं सार्वजनिक पार्कों में होली समारोहों का तांता लगा हुआ है और इस सेक्टर ने दो वर्ष के बाद अच्छे व्यापार के दिन देखे हैं। अकेले दिल्ली में छोटे-बड़े मिलाकर 3 हजार से ज़्यादा होली मिलन समारोह आयोजित हो रहे हैं और सभी कार्यक्रमों में शामिल लोगों के चेहरे पर एक नई ख़ुशी तथा उत्साह देखने को मिल रहा है ।
हरीश गर्ग ने कहा कि होली का पर्व नजदीक आते ही भारत के सभी थोक एवं खुदरा बाजार पूरी तरह सजे हुए हैं। सभी बाजारों में दुकानों पर गुलाल और पिचकारी के साथ होली के अन्य सामानों की खरीदारी के लिए भीड़ लगी है। मिठाई की दुकानों पर ख़ास तौर से होली पर बनने वाली गुंजिया आदि की बड़े स्तर पर बिक्री हो रही है।
हरीश गर्ग ने कहा कि पूरे भारत में 24 मार्च को होली जलाई जाएगी, जबकि रंगों का पर्व 25 मार्च को मनाया जाएगा। होली के रंग में बाजार भी रंगे हुए नजर आने लगे हैं। बाजार में रंग-बिरंगे गुलाल और पिचकारी के अलावा गुजिया के हार और मेवा से दुकानें सजी हुई हैं। बाजार में खरीददारी के लिए लोगों की भीड़ प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि होली पर रिश्तेदारों के यहां हार और मिठाई के साथ में मेवे की माला ले जाने की परंपरा के चलते खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ दुकानों पर लगी है। इसके चलते बाजार में चहल-पहल बनी हुई है। केमिकल युक्त गुलाल, रंग की बजाय हर्बल रंग, अबीर और गुलाल की सर्वाधिक मांग है। वहीं ग़ुब्बारे और पिचकारी की मांग पिछले सालों के मुक़ाबले कुछ ज्यादा है। शनिवार और अगले दिन रविवार को व्यापारियों को रिकॉर्ड तोड़ बिक्री होने का अनुमान है। हरीश गर्ग ने बताया कि इस बार बाजार में अलग-अलग तरह की पिचकारी, गुब्बारे और अन्य आकर्षक आइटम आए हैं। प्रेशर वाली पिचकारी 100 रुपए से 350 रुपए तक की उपलब्ध है। टैंक के रूप में पिचकारी 100 रुपए से लेकर 400 रुपए तक में उपलब्ध है। इसके अलावा फैंसी पाइप की भी बाजार में धूम मची है। बच्चे स्पाइडर मैन, छोटा भीम आदि की पिचकारी को खूब पसंद कर रहे है। वहीं गुलाल के स्प्रे की मांग बेहद हो रही है।