कांग्रेस आई तो लागू होगी समान काम-समान वेतन स्कीम: पवन बंसल
CHANDIGARH, 10 FEBRUARY: शनिवार को धनास कॉलोनी में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और चंडीगढ़ के पूर्व सांसद पवन कुमार बंसल के नेतृत्व में एक मशाल यात्रा निकाली गई, जिसमें यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रधान श्रीनिवास बी.वी., चंडीगढ़ कांग्रेस के प्रधान हरमोहिंदर सिंह लक्की, धीरज गुप्ता, पार्षद गुरप्रीत गापी, पार्षद सचिन गालव समेत सभी कई नेता शामिल हुए। यह आयोजन चंडीगढ़ में अलग-अलग विभागों के ठेका कर्मचारियों के शोषण और बढ़ती बेरोजगारी तथा मेयर चुनाव में कथित धांधली के खिलाफ किया गया। इस दौरान भाजपा की नीयत पर प्रश्न उठाते हुए पवन कुमार बंसल ने कहा कि भाजपा की सरकार नौजवानों को सिर्फ इस्तेमाल करती है, लेकिन उन्हें रोजगार देने के लिए इस सरकार के पास कोई नीति नहीं है। अपने चुनावी वायदे पूरे करने में भी भाजपा की सरकार पूरी तरह असफल रही है। बंसल ने वायदा किया कि जब कांग्रेस पार्टी सत्ता में आएगी तो समान काम- समान वेतन स्कीम ज़रूर लागू होगी और कर्मचारियों को उनका हक अवश्य दिया जाएगा।
इससे पहले चंडीगढ़ के सेनिटेशन विभाग समेत कुछ और विभागों के ठेका कर्मियों से भी पवन कुमार बंसल ने मुलाकात कर उनकी मुश्किलें सुनीं। पवन कुमार बंसल ने भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाते हुए पूछा कि आखिर सरकार इन कॉन्ट्रैक्चुल कर्मचारियों के पीछे हाथ धोकर क्यों पड़ी है ? बंसल ने कहा कि इस समय चंडीगढ़ में शायद ही कोई विभाग ऐसा है, जिसमें काम कर रहे ठेका कर्मचारियों के साथ सरकार धक्का नहीं कर रही। यूटी प्रशासन में काम करने वाले कर्मचारियों की नौकरी खतरे में है तो एनएचएम कर्मचारियों को सरकार अपने वायदे के मुताबिक समान काम-समान वेतन का हक नहीं दे रही। वहीं पीजीआई में अगर ठेका कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करना चाहते हैं तो उन्हें भी प्रशासन परेशान कर रहा है। बंसल ने कहा कि भाजपा सरकार नई नौकरियां देने के बजाय नौकरियां छीन रही है। चंडीगढ़ प्रशासन अपने इन कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा तक नहीं कर रहा।
पवन कुमार बंसल ने कहा कि चंडीगढ़ में शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ-साथ लगभग हर सरकारी विभाग में कान्ट्रैक्ट पर कर्मचारियों की भर्ती की गई। पिछले लंबे समय से वो पूरी ईमानदारी के साथ अपनी सेवाएं निभा रहे थे, लेकिन अब केंद्र सरकार कह रही है कि पिछले पांच साल से जो पद खाली पड़े हैं, उन्हें ही खत्म कर दिया जाए, जबकि सरकार को उन पदों पर कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे कर्मचारियों को ही पक्का कर देना चाहिए था। बंसल ने कहा कि भाजपा सिर्फ अंबानी-अडानी जैसे उद्योगपतियों की हिमायती है, इसलिए सरकारी तंत्र को पूरी तरह खत्म करके सब कुछ प्राइवेट करना चाहती है।