पूर्व केंद्रीय मंत्री बोले- पहले जो भाजपा के लिए मसीहा बना था, अब बनेगा बलि का बकरा
CHANDIGARH, 6 FEBRUARY: चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में हुई कथित धांधलियों में सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनाव अधिकारी अनिल मसीह को आड़े हाथ लेने पर कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं चंडीगढ़ के सांसद रहे पवन कुमार बंसल ने कहा है कि अनिल मसीह तो सिर्फ एक मोहरा है, जो पहले भाजपा के लिए मसीहा बना और अब भाजपा के लिए बलि का बकरा भी बनेगा। मेयर चुनाव में हुए लोकतंत्र के कत्ल के लिए अब अकेले अनिल मसीह को दोषी ठहरा दिया जाएगा, जबकि असल में इस पूरी गेम को चलाने वाले भाजपा के कई बड़े चेहरे हैं।
पवन कुमार बंसल ने आज एक बयान में कहा कि 30 जनवरी के दिन चुनाव के समय की नई वीडियो आज सामने आई है, जिसमें साफ तौर पर भाजपा के पार्षद कंवरजीत राणा, नॉमिनेटेड पार्षद सतिंदर सिद्धू, भाजपा पार्षद हरजीत सिंह, कुलजीत संधू, भाजपा के एक और नॉमिनेटेड पार्षद अमित जिंदल, पूर्व मेयर अनूप गुप्ता ये सभी अनिल मसीह के ऊपर से कैमरा हटवाते नजर आ रहे हैं। उसके अलावा अनिल मसीह कांग्रेस और आप को मिली 8 वोट कैसे एक-एक करके खराब करता है, ये सब कुछ नजर आ रहा है। यहां तक कि एक निजी चैनल ने अपने प्रोग्राम के ज़रिए सब कुछ साफ-साफ दिखाया है, जिससे ये तो साफ होता ही है कि चंडीगढ़ भाजपा की पूरी टीम ही इस घिनौने षड्यंत्र में शामिल थी।
बंसल ने कहा कि जिस लोकतंत्र के जरिए जनता के भरोसे पर ये लोग पार्षद की कुर्सी पर बैठे, उसी लोकतंत्र के कत्ल में ये सभी शामिल हो गए। तो क्या ऐसे में इन सभी की सदस्यता रद्द नहीं की जानी चाहिए ? क्या इन पर भी मुकदमे दायर नहीं होने चाहिए? मैं तो ये भी कहता हूं कि ये सब कुछ दिल्ली की लीडरशिप की रजामंदी के बिना नहीं हुआ होगा, तो उसका सच भी जनता के सामने आना चाहिए। क्योंकि अगर ऐसा ना होता तो अभी तक इन सभी के ऊपर पार्टी स्तर पर कार्रवाई की जा चुकी होती, लेकिन भाजपा का जमीर तो इस कदर मर चुका है कि वो अब खुले आम कैमरों के सामने ऐसी हरकतें कर रहे हैं।
बंसल ने कहा कि हो सकता है कि इन्होंने सबूतों के साथ भी छेड़छाड़ की हो, ऐसे में इन्हें नहीं पता कि ये और कितना बड़ा गुनाह कर रहे हैं। पवन बंसल ने ये भी मांग की है कि जब मेयर चुनाव में हुई धांधली और भाजपा के षड्यंत्र के सबूत सबके सामने आ चुके हैं तो भाजपा के मेयर को एक दिन भी और उस पद पर रहने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए।