कांग्रेस ने नगर निकायों में दलबदल विरोधी कानून लागू करने की मांग की

भाजपा जिस पार्षद पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाती थी, उसका आज अपनी पार्टी में स्वागत कर रही: राजीव शर्मा

अपील की: चंडीगढ़ के लोग ऐसे पार्षदों का बहिष्कार करें

CHANDIGARH, 10 JANUARY: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने मांग की है कि दलबदल विरोधी कानून नगर निकायों पर भी लागू किया जाना चाहिए। शहर में भाजपा द्वारा बार-बार कराए जा रहे राजनीतिक दलबदल की आलोचना करते हुए चण्डीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को हाईजैक कर सिटी ब्यूटीफुल और इसके प्रबुद्ध नागरिकों के नाम को धूमिल कर रही है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यह निन्दनीय है कि आम आदमी पार्टी के पार्षद लखबीर सिंह बिल्लू, जो कथित तौर पर जनता से नकद रिश्वत मांगते पाए गए थे, को अब मेयर चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल कर लिया गया है। वास्तव में मेयर के चुनाव कराने में देरी का कारण यही है कि भाजपा द्वारा इस तरह के अलोकतांत्रिक दलबदल के लिए कुछ अतिरिक्त समय चाहती है।

कांग्रेस ने शहर के लोगों से अपील की है कि वे मेयर चुनाव से ठीक पहले प्रलोभन में आकर भाजपा में शामिल होने वाले पार्षदों का बहिष्कार करें, ताकि इस तरह के भ्रष्ट पार्षद दलबदल न कर सकें। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह का दलबदल शहर के प्रबुद्ध लोगों का अपमान है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि 2021 नगर निगम चुनावों के दौरान भाजपा ने 35 में से केवल 12 पार्षद जीते और ऐसे में उसके पास शहर में अपना मेयर बनाने का जनादेश नहीं था लेकिन उसने मेयर चुनाव का प्रबंधन करने के लिए अनैतिक दलबदल का सहारा लिया। कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि अभी हाल तक भाजपा पार्षद लखबीर सिंह बिल्लू पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगा रही थी, लेकिन आज पार्टी संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए उनका अपने पाले में स्वागत कर रही है। कांग्रेस ने भाजपा को लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान करने और अपने संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए दलबदल जैसे भ्रष्ट आचरण में शामिल नहीं होने की चेतावनी दी है।

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