भेजना था पुर्तगाल, पहुंचा बेलारूस के जंगलों में, परिवार की शिकायत पर गृह मंत्री अनिल विज ने एसआईटी को सौंपी जांच

CHANDIGARH, 31 DECEMBER: हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने रविवार को अपने आवास पर जनसमस्याओं को सुना व संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के दिशा-निर्देश दिए।

कैथल से आए फरियादी ने बताया कि उसके भाई को पुर्तगाल भेजने के लिए एक एजेंट ने झांसा दिया था और लगभग पांच लाख रुपए उन्होंने अलग-अलग किश्तों में एजेंट को दे दिए थे। एक अक्टूबर को उसका भाई नई दिल्ली एयरपोर्ट से रवाना हुआ, मगर एजेंट ने पुर्तगाल भेजने के बजाए उसके भाई को बेलारुस भेज दिया। उन्हें बताया गया कि वे वहां सड़क मार्ग से उसे पुर्तगाल ले जाएंगे, मगर एक दिन उसके भाई का फोन आया कि वह बेलारुस के जंगलों में है और यहां से उन्हें पुर्तगाल ले जाया जा रहा है। उसने बताया कि इस फोन के बाद उसका कोई फोन नहीं आया। उन्हें नहीं पता कि अब उनका भाई कहां है और उसका फोन भी नहीं मिल रहा है। गृह मंत्री अनिल विज ने इस मामले में कबूतरबाजी के लिए गठित एसआईटी को जांच के निर्देश दिए।

पलवल से आए आईटीबीपी के जवान ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने उसके घर पर कब्जा करने की नीयत से ताला तोड़ तोड़फोड़ और मारपीट की। उसके द्वारा दर्ज कराए गए केस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। गृह मंत्री ने एसपी पलवल को मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। इसी प्रकार, सेना में तैनात पलवल निवासी सैन्य कर्मी ने बताया कि उसे व उसके ताऊ के लड़के को झूठे मामले में फंसाया गया है, मंत्री विज ने एसपी नूंह को मामले की पुनः जांच के निर्देश दिए।

वहीं, सोनीपत निवासी महिला ने ससुराल पक्ष द्वारा उससे मारपीट करने के आरोप लगाए जिस पर पुलिस कमिश्नर सोनीपत को कार्रवाई के निर्देश गृह मंत्री ने दिए। करनाल निवासी बुजुर्ग ने अपनी बहू पर झूठा इलजाम लगाकर उसे छेड़छाड़ के मामले में फंसाने के आरोप लगाए, हिसार से आए व्यक्ति ने उसपर फर्जी मारपीट का मामला दर्ज होने की शिकायत दी, कैथल से आए फरियादी ने उसके प्लाट पर कब्जे का आरोप लगाया। इसके अलावा, अन्य मामले भी आए, जिन पर गृह मंत्री अनिल विज ने संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए।

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