CHANDIGARH, 15 NOVEMBER: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने चंडीगढ़ नगर निगम द्वारा उसके एमओएच विंग के दो वरिष्ठ कर्मचारियों की बहाली पर बेहद निराशा व्यक्त की है, जिन्हें रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने पर सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद निलंबित कर दिया गया था।
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि भाजपा शासित नगर निगम पिछले कुछ समय से सिर से पैर तक भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। ऐसा लगता है कि आरोपी कर्मचारी की बहाली निगम के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को कानूनी कार्रवाई से बचाने के लिए की गई है, जिन्हें आरोपी कथित तौर पर अपराध में अपने सहयोगियों के रूप में नामित करने वाले थे। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सीबीआई ने न केवल इन दो कर्मचारियों को एक लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था, बल्कि वह आरोपियों और रिश्वत देने वाले कर्मचारी के बीच अपराध के ठोस सबूत के रूप में उनकी बातचीत के प्रमाण भी अपनी कड़ी तफ्तीश से सामने लाई थी । कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है कि दोनों आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ कोई विभागीय जांच तक नहीं की गई, जिससे निगम के भीतर उनके सहयोगियों का पर्दाफाश हो सकता था। उन्होंने सारे घटनाक्रम पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे यह बात जगजाहिर होती है कि किस तरह भाजपा के नेतृत्व वाले संस्थानों में भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दिया जा रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने मांग की कि निगम के एमओएच विंग में चीफ़ सैनीटरी इंस्पैक्टर और सुपरवाइज़र हैल्थ की बहाली को तुरंत रद्द किया जाए और सीबीआई जांच का दायरा यह पता लगाने के लिए बढ़ाया जाए कि क्या इस रिश्वतखोरी मामले में भाजपा के कोई वरिष्ठ नेता या निग़म के कोई उच्च पदस्थ अधिकारी भी शामिल हैं या नहीं।