मुख्यमंत्री मनोहर लाल की उपस्थिति में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया लोकार्पण
CHANDIGARH, 25 OCTOBER: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में शुरू किए गए 4000 प्ले वे स्कूल को अब बाल वाटिका स्कूल के नाम से जाना जाएगा। सरकार द्वारा इतने ही और स्कूल भी भविष्य में शुरू किए जाएंगे।
बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा देने के लिए आंगनवाड़ी केन्द्रों को भी इन स्कूलों में परिवर्तित किया गया है। प्रदेश में शिक्षा के स्तर में और सुधार के लिए प्रथम चरण में 124 पीएम श्री स्कूलों का नए सत्र से शुभारंभ होगा तथा दूसरे चरण में 128 स्कूलों के शुभारंभ के साथ ही इन स्कूलों की संख्या 252 हो जाएगी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल बुधवार को रोहतक स्थित महर्षि दयांनद विश्वविद्यालय के टैगौर सभागार में हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित पीएमश्री स्कूलों के लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि ये शिक्षा ही है जो युवा पीढ़ी और देश का भाग्य बदलने की ताकत रखती है। देश जिस लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहा है, उसे हासिल करने में शिक्षा की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि युवाओं को उनकी प्रतिभा के आधार पर आंका जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों को अच्छे संस्कार, व्यवहार के साथ-साथ अपने इतिहास व संस्कृति की जानकारी होना तथा इनसे लगावा होना भी अनिवार्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई शिक्षा नीति के माध्यम से रोजगारपरक शिक्षा के नए प्रावधान किए हैं। उन्होंने पीएमश्री स्कूलों के संदर्भ में कहा कि इस योजना के तहत विद्यालयों को सम्मान देने के साथ-साथ विद्यालयों से जुड़े व्यक्तियों को भी मान सम्मान दिया गया है। उन्होंने अध्यापकों का आहवान किया कि वे विद्यार्थियों के स्तर को सुधारने के लिए ज्ञानवर्धक और संस्कार आधारित शिक्षा प्रदान करवाएं। उन्होंने कहा कि आज का विद्यार्थी कल का अच्छा नागरिक बनें इसके लिए उन्हें अच्छे संस्कार देने के साथ-साथ पढ़ाई के लिए अनुकूल माहौल दिया जाए। अब शिक्षक को तय करना होगा कि बच्चे को किस तकनीक के जरिए आगे बढ़ाया जाए।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान ने किया प्रथम चरण के 124 पीएमश्री स्कूलों का लोकार्पण
इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ प्रथम चरण में प्रदेश के 124 पीएमश्री विद्यालयों का लोकार्पण करते हुए प्रदेश को सौगात दी। इस दौरान उन्होंने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के टैगोर सभागार से शिक्षा विभाग की स्कूल एप और निपुण कार्यक्रम की मोबाइल एपलीकेशन भी लांच की, जिसका विद्यार्थियों को खासा लाभ मिलेगा।
पीएमश्री विद्यालयों के लोकार्पण अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21 वीं सदी के भारत को नई दिशा देने वाली है और हम उन पलों का हिस्सा बनने जा रहे हैं जो हमारे देश की युवा पीढ़ी के भविष्य निर्माण की नींव रख रहा है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में हरियाणा प्रदेश द्वारा किए गए सराहनीय कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि हरियाणा प्रदेश देश में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पारदर्शी शिक्षक भर्ती, ऑनलाईन ट्रांसफर नीति के सराहनीय कदम उठाए गए हैं। ऑनलाईन ट्रांसफर से 90 प्रतिशत शिक्षक संतुष्टï है। उन्होंने कहा कि व्यवस्था को सुधारने और शिक्षा विभाग के कार्यक्रमों को तेज गति से आगे बढ़ाने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार मिलकर कार्य कर रही है, इससे शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार होगा। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में कौशल व तकनीक आधारित शिक्षा तथा मातृ भाषा को बढ़ावा दिया गया है। उन्होंने एशियन खेलों में हरियाणा के खिलाडिय़ों द्वारा पदक प्राप्त किए की सराहना की। पीएमश्री स्कूलों के तहत पांच वर्ष में दो करोड़ की राशि आधारभूत ढांचा विकसित करने के लिए प्रदान की जाएगी।
प्रदेश में रोजगारपरक शिक्षा की हुई है शुरूआत: शिक्षा मंत्री कंवरपाल
हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा मॉडल संस्कृति स्कूलों की संख्या को 22 से बढ़ाकर 147 किया गया है। केन्द्र सरकार द्वारा प्रथम चरण में पीएम श्री के 124 स्कूलों के लिए 85 करोड़ रूपए की राशि प्रदान की गई है। दूसरे चरण के 128 पीएम श्री स्कूलों के चयन की प्रक्रिया शुरू की गई है।
उन्होंने प्रदेश में शुरू की गई सुपर 100 योजना के सार्थक परिणामों की चर्चा करते हुए कहा कि अब तक 252 गरीब बच्चों का नीट, 127 बच्चों का आईआईटी तथा 26 बच्चों का एमबीबीएस पाठ्यक्रमों में चयन हुआ है। सरकार द्वारा शीघ्र ही एनडीए की कोचिंग भी शुरू की जा रही है। सरकार द्वारा 10वीं से 12वीं कक्षाओं के पांच लाख विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाए गए टैबलेट में 34 विषयों के साफ्टवेयर डाले गए है। उन्होंने अभिभावकों का आह्वान किया कि वे बच्चों की निगरानी करें और यह सुनिश्चित करें कि ये सभी बच्चे इन टैबलेट का सदुपयोग करें। इससे पहले माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. अंशज सिंह ने मुख्यअतिथि व अन्य अतिथिगण का स्वागत करते हुए विभाग की उपलब्धियों तथा कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला।
शिक्षा विभाग से जुड़े कार्यक्रमों पर आधारित प्रदर्शनी का भी आयोजन
कार्यक्रम स्थल पर विद्यालय शिक्षा विभाग के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी में मुख्य रूप से पीएमश्री, निपुण हरियाणा, सेहत, ई-अधिगम, क्विज क्लब, सुपर 100, एनडीए कोचिंग, एक्सकुरेशन टूर, विज्ञान व गणित को बढ़ावा देने संबंधी कार्यक्रम और एनएसक्यूएफ आदि स्टालों पर पहुंचकर मुख्य मेहमानों ने अधिकारियों से जानकारी ली। इन महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों के किर्यान्वयन पर हरियाणा सरकार और विद्यालय शिक्षा विभाग की सराहना भी की। कार्यक्रम के दौरान ई-अधिगम, ऑनलाइन टीचर ट्रांसफर पॉलिसी, निपुण हरियाणा मिशन आदि की पीपीटी के जरिए उपस्थित दर्शकों को जानकारी प्रदान की गई।
कार्यक्रम में इन अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों की रही उपस्थिति
इस अवसर पर लोकसभा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा, राज्यसभा सांसद डीपी वत्स व रामचंद्र जांगड़ा, पूर्व मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर, मेयर मनमोहन गोयल, शिक्षा विभाग के वरिष्ठï उच्चाधिकारी व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।