राज्य कर्मचारियों को यह प्रतिबंधित अवकाश देने वाला देश का पहला राज्य बना पंजाब
CHANDIGARH, 17 SEPTEMBER: पंजाब सरकार ने इस साल जैन समाज के महापर्व ‘संवत्सरी’ पर प्रतिबंधित अवकाश घोषित कर दिया है। डा. सलिल जैन ने बताया कि प्रतिबंधित अवकाश वो होता है, जिसको राज्य कर्मचारी अपनी इच्छा से लेकर अपने धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सम्मिलित हो सकता है। इससे पहले पंजाब की प्रतिबंधित अवकाशों की सूची में कभी भी संवत्सरी का अवकाश शामिल नहीं था। डॉ. सलिल जैन ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और पंजाब अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन को पत्र लिखकर ‘संवत्सरी’ को प्रतिबंधित अवकाश की सूची में शामिल करने की मांग की थी।
डा. सलिल जैन ने बताया कि ‘संवत्सरी’ जैन समाज का सबसे बड़ा महापर्व है, जो कि पूरे विश्व में जैन समाज द्वारा बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन जैन धर्म में अष्ट दिवसीय पर्यूषण की साधना संपन्न होती है और इसी का अंतिम दिवस ‘संवत्सरी’ पर्व के नाम से जाना जाता है। जैन धर्मावलंबी तपस्या, अहिंसा, क्षमा और मैत्री की आराधना के साथ इस दिवस को मनाते है। डॉ. सलिल जैन ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और पंजाब अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन को पत्र लिखकर ‘संवत्सरी’ को प्रतिबंधित अवकाश की सूची में शामिल करने की मांग की थी। डॉ. सलिल जैन ने बताया कि इस पर पंजाब अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन डॉ. इमानुअल नाहर की अध्यक्षता में हुई आयोग की मीटिंग में इस छुट्टी के लिए प्रस्ताव पास करके पंजाब सरकार को भेजा गया था, जिस पर अब पंजाब सरकार ने अधिसूचना जारी करते हुए इस पर्व पर प्रतिबंधित छुट्टी घोषित कर दी है और इस घोषणा के साथ पंजाब यह प्रतिबंधित छुट्टी करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि गुजरात में इस पर्व पर पूर्ण अवकाश होता है। डॉ. सलिल जैन ने पंजाब के मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान का सकल जैन समाज की तरफ से आभार व्यक्त किया है।