75 से अधिक नशा तस्करों पर हुई कार्रवाई, 100 तस्करों की सम्पतियों पर नजऱ
CHANDIGARH, 16 SEPTEMBER: राज्य में नशीली दवाओं की तस्करी के व्यापार के खिलाफ हरियाणा पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। हरियाणा पुलिस ने ड्रग सरगनाओं को करारा झटका देते हुए ‘नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम-1985 द्वारा प्राप्त शक्तियों का उपयोग करते हुए तकऱीबन 342 संपत्तियों को जब्त किया है, जिनकी कुल कीमत 42.71 करोड़ रुपये से अधिक है। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेशभर में फैली हुई संपत्तियां राज्य के 75 प्रमुख ड्रग अपराधियों की हैं।
एनडीपीएस अधिनियम में है अवैध सम्पति ज़ब्ती करने का अधिकार
प्रवक्ता ने बताया कि एनडीपीएस अधिनियम के प्रावधान में प्रशासनिक अधिकारी को गैरकानूनी मादक पदार्थ व्यापार से अर्जित की गई संपत्तियों को सीज़, जमा और जब्त करने की शक्ति मिलती है। इस अधिनियम के तहत नशे के कार्य में लिप्त तस्करों से सीधे या परोक्ष रूप से जुड़ी संपत्तियों की वित्तीय जांच और ज़ब्ती करने शुरुआत की जाती है। अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए संपत्तियाँ पहचानी जाती हैं और सम्बंधित स्थानीय एसएचओ द्वारा सीज़/जब्ति के आदेश तैयार किये जाते हैं। इन आदेशों के क्रियान्वन करने के लिए, दिल्ली में स्थित प्राधिकृत प्राधिकरण की मंजूरी की आवश्यकता होती है।
हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एचएसएनसीबी) द्वारा प्राप्त डेटा अनुसार वर्ष 2000 के बाद कुरुक्षेत्र, करनाल, फरीदाबाद, सिरसा, कैथल, और कई अन्य जिलों के नशे के तस्करों की अवैध संपत्तियों को ज़ब्त करने में सफलता पाई है। एचएसएनसीबी द्वारा 42.71 करोड़ रुपये कीमत की इन अवैध संपत्तियों की ज़ब्ती के लिए दिल्ली स्थित प्राधिकृत संस्था से मंजूरी भी ली गई है।
डीजीपी हरियाणा शत्रुजीत कपूर ने बताया कि जब्त की गई अवैध सम्पतियों में भव्य मकान और महंगी गाडिय़ां से लेकर कई प्रकार की उच्च वित्तीय निवेश शामिल रहे। इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य राज्य के प्रमुख नशा तस्करों के नेक्सस को तोडना और उनकी अवैध कमाई को समाप्त करना रहा।
प्रदेश पुलिस बैंकों से कर रही है संपर्क, अवैध सम्पति को नहीं बेच सकेंगे नशा तस्कर
प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा एनसीबी की कार्रवाई सिर्फ इन अवैध सम्पतियों की जब्ती तक ही नहीं है। अब प्रदेश पुलिस बैंकों, परिवहन प्राधिकरणों और राजस्व विभाग सहित कई विभागों के साथ बातचीत में है ताकि अपराधियों द्वारा कमाई गई इस अवैध सम्पति के साम्राज्य को नियंत्रण में लाया जा सके। नशे तस्करों द्वारा कमाई गई इस सम्पति के रिकॉर्ड की जांच की जा रही है ताकि इन संपत्तियों की भविष्य में किसी और ना बेचा जा सके और उसपर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जा सके। इसके अलावा, अवैध सम्पत्ति के मुद्दे पर भी ब्यूरो यह सुनिश्चित कर रहा है कि कठोर कदम उठाकर प्रक्रिया को सुचारू और कानूनी रूप से सुदृढ़ किया जा सके।
हरियाणा एनसीबी प्रमुख एडीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि नशा तस्करों पर कार्रवाई तेज़ कर दी गई है। हरियाणा एनसीबी का अभियान जल्द ही प्रदेश के कोने कोने में फ़ैल जायेगा। ब्यूरो द्वारा प्रदेश में 100 बड़े ड्रग तस्करों की पहचान भी कर ली गई है। ब्यूरो वर्तमान में इन तस्करों और उनके सहयोगियों से जुड़ी चल और अचल संपत्तियों का पता लगा रही है और उनकी संभावित जब्ती के लिए एक रोड मैप तैयार किया जा रहा है। वहीं हरियाणा डीजीपी ने बताया कि हरियाणा पुलिस की हालिया कार्रवाइयों ने नशे के तस्करों को भारी नुकसान पहुँचाया है। प्रदेश पुलिस नशे से संबंधित हर प्रकार के अपराध का पूरी ताकत से सामना करेंगे। प्रदेश एक नशा-मुक्त समाज बनाने के अपने दृढ़ संकल्प पर अटल हैं।