अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में विफल मेयर, वरिष्ठ उप महापौर और उप महापौर तत्काल इस्तीफा दें: राजीव शर्मा
CHANDIGARH, 31 AUGUST: जैसे ही कल चण्डीगढ़ नगर निगम की आयुक्त अनिंदिता मित्रा ने शहर में सभी नए विकास कार्यों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश पारित किया, चंडीगढ़ कांग्रेस ने भाजपा शासित नगर निगम और स्थानीय सांसद किरण खेर की तीखी आलोचना करते हुए उन पर चण्डीगढ़़ का विकास करने और सुन्दर शहर के इसके रूतबे को बरकरार रखने में पूरी तरह से फेल होने का आरोप लगा दिया।
यहां जारी एक प्रेस बयान में चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने कहा कि जहां शहर के लोगों को वर्तमान सांसद की चंडीगढ़ के प्रति उनकी लगातार उदासीनता को देखते हुए उनसे शहर के विकास में उनके योगदान की कभी कोई उम्मीद नहीं थी, वहीं भाजपा के नेतृत्व वाला नगर निगम भी बड़े पैमाने पर फैले भ्रष्टाचार, घोर अकुशलता और स्वयं निर्मित संसाधनों की कमी के कारण पूरी तरह से निष्क्रिय हो गया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने वैधानिक कर्तव्यों का निर्वहन करने में असफ़ल रहने का आरोप लगाते हुए मेयर, वरिष्ठ उप महापौर और उप महापौर के तत्काल इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस प्रवक्ता ने अफसोस जताया कि ऐसी अभूतपूर्व स्थिति, जब अधिकारियों को वित्तीय संकट के कारण शहर में सभी नए टेंडर और विकास कार्य रोकने पड़े हों, शहर के इतिहास में पहले कभी नहीं आई थी। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि गृह मंत्रालय के अधीन कार्यरत चंडीगढ़ प्रशासन भी इस दुखद स्थिति के लिए समान रूप से जिम्मेदार है, जिसका खामियाजा शहर के बेकसूर लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
कांग्रेस पार्टी ने आगे कहा कि इस साल मई महीने में उनके वरिष्ठ नेता पवन कुमार बंसल ने केंद्र सरकार पर शहर के निवासियों द्वारा भुगतान किए गए करों की कुल राशि को आंशिक रूप से हड़़पने का आरोप लगाते हुए कहा था कि केंद्र सरकार द्वारा केन्द्र शासित प्रदेश चण्डीगढ़ के लिए किया गया कुल वित्तीय आवंटन चण्डीगढ़ के लोगों द्वारा सरकार को दिए गए कुल करों जिसमें स्थानीय, राज्य और केंद्रीय कर शामिल हैं, से भी कम होता है । बंसल द्वारा लगाए गए गंभीर आरोप से परेशान होकर प्रशासन ने 01 जून 2023 को जल्दी से बुलाई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आयकर जैसे केंद्रीय करों को शामिल किए बिना, पिछले तीन वर्षों में चंडीगढ़ में एकत्र किए गए करों के आंकड़े उद्धृत किए। कांग्रेस प्रवक्ता ने प्रशासन पर आधी अधूरी सच्चाई पेश कर चंडीगढ़ के लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर उस वक्त केंद्र सरकार द्वारा चंडीगढ़ के लोगों के साथ लगातार किए जा रहे इस अन्याय पर यूटी प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित और स्थानीय सांसद किरण ने ध्यान दिया होता, तो वर्तमान वित्तीय संकट से आसानी से बचा जा सकता था।
कांग्रेस पार्टी ने चण्डीगढ़ के प्रशासक से अपील की कि वह भारत की समेकित निधि के लिए भुगतान की गई राज्य और केंद्रीय करों की कुल राशि की तुलना में केंद्र सरकार द्वारा शहर को किए गए अपर्याप्त बजटीय आवंटन का एक बार फ़िर से अध्ययन करें और चण्डीगढ़ का सालाना वित्तीय आवंटन बढ़वाएं। पार्टी ने यह मांग भी की कि प्रशासक को केंद्र सरकार से शहर में मौजूदा वित्तीय संकट से निपटने के लिए शीघ्र ही अतिरिक्त धन आवंटित करने के लिए भी कहना चाहिए।