विधानसभा सत्र से पहले हुड्डा ने की विधायक दल के साथ बैठक, प्रभारी व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी रहे मौजूद
CHANDIGARH, 24 AUGUST: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इस मौके पर प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान भी विशेष तौर पर मौजूद रहे। बैठक में शुक्रवार से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। हुड्डा ने बताया कि विधानसभा में कांग्रेस बाढ़, मुआवजे, बेरोजगारी, सीईटी, कानून व्यवस्था और नूंह हिंसा समेत डेढ़ दर्जन मुद्दों को उठाएगी। इसके लिए अलग-अलग विधायकों की ड्यूटी लगाई गई है।
मानसून सत्र में कानून व्यवस्था व नूंह हिंसा और बाढ़ की वजह से हुए भारी नुकसान व सरकार के कूप्रबंधन पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस की तरफ से स्थगन प्रस्ताव दिए गए हैं। इसके अलावा बेरोजगारी व सीईटी पेपर में धांधली, परिवार पहचान पत्र की परेशानियां, कर्मचारियों व क्लर्कों के वेतनमान, शिक्षा की चिंताजनक स्थिति, प्रोपर्टी आईडी की धांधली, सरस्वती नदी की खुदाई करने बारे, दलितों पर बढ़ते अत्याचार, बाजरे की फसल में नुकसान, बाढ़ का मुआवजा, सहकारी श्रण व खाद्य बिक्री, आयुष्मान योजना के घोटाले, फसल बीमा योजना की धांधलियों और शामलात व जूमला मालकान आदि जमीन को पंचायतों के नाम करने जैसे मुद्दों पर चर्चा के लिए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिए गए हैं। इसके अलावा तमाम विधायक अपने-अपने क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों को शून्यकाल और प्रश्न काल में उठाएंगे।
बैठक में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। ये सरकार ना बेरोजगारी पर काबू कर पा रही है, ना महंगाई और अपराध पर। इस सरकार से भ्रष्टाचारी और अपराधी खुश हैं और आम जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। सीईटी और कौशल निगम के नाम पर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। हरियाणा का युवा पूरे देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी झेलने को मजबूर है। भर्तियों में एक के बाद एक घोटाले करके सरकार उनके जले पर नमक छिड़क रही है।
बाढ़ के दौरान सरकार के कुप्रबंधन और रोकथाम में बरती गई लापरवाहियों पर सरकार से जवाब मांगा जाएगा। अबतक बाढ़ पीड़ितों को सरकार ने मुआवजा नहीं दिया है। कांग्रेस विधायक सदन में इस मुद्दे को उठाएंगे और बाढ़ की वजह से किसानों, मकानों व दुकानों को हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग करेंगे।
नूंह हिंसा और कानून व्यवस्था के मसले पर पर भी कांग्रेस की बैठक में सवाल उठाए गए। क्योंकि सब कुछ पहले से पता होते हुए भी सरकार हिंसा रोकने में नाकाम रही। सरकार ने जानबूझकर सही वक्त पर उचित कदम नहीं उठाए। कांग्रेस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग कर रही है। इसी तरह प्रदेश में बढ़ते अपराध के ग्राफ का मुद्दा भी प्रमुखता के साथ सदन में उठाया जाएगा, ताकि आम जनता की सुरक्षा के प्रति सरकार को उसकी जिम्मेदारी का अहसास दिलाया जा सके।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जानकारी दी कि करनाल में होने वाला जन मिलन समारोह 11 की बजाय 10 सितंबर को होगा। इससे पहले हिसार में हुए ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भी उन्होंने सभी का आभर व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 9 लोकसभा क्षेत्रों में हुए कार्यक्रम में उमड़े जनसैलाब ने जनता के रुख को स्पष्ट कर दिया है। जनता पूर्ण बहुमत के साथ प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने जा रही है। पार्टी इसी शिद्दत के साथ जनसंपर्क के कार्यक्रम जारी रखेगी। अब पार्टी जिला स्तरीय और उसके बाद सभी 90 हल्कों में कार्यक्रम करेगी।
बैठक के बाद अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत कर्मचारियों, पिछड़ा वर्ग (बीसी-ए), सफाई कर्मियों और अलग-अलग संगठनों के प्रतिनिधिमंडलों ने हुड्डा से मुलाकात की और अपने मुद्दों के बारे में अवगत करवाया। हुड्डा ने उनके मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाने का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर मौजूदा सरकार ने उनके मुद्दों पर गौर नहीं किया तो कांग्रेस सरकार बनने पर उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा।