इसरो से चन्द्रयान- 3 की लाइव लांचिंग के लिए सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए मुफ़्त टूर का प्रबंध करने वाला देश का पहला राज्य बना पंजाब
CHANDIGARH, 17 JULY: मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब ने शिक्षा के क्षेत्र में सफलता की नयी कहानी लिखी है। भारतीय अंतरिक्ष और अनुसंधान संस्था ( इसरो) केंद्र श्रीहरिकोटा से चन्द्रयान- 3 की लाइव लांचिंग को देखने के लिए सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए पंजाब मुफ़्त टूर करवाने वाला देश का पहला सूबा बन गया है।
भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान प्रोग्राम के दौरे से दिलचस्प तजुर्बे लेकर लौटे विद्यार्थियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य विद्यार्थियों के दृष्टिकोण को विशाल करके उनके सर्वपक्षीय विकास को यकीनी बनाना है। उन्होंने बताया कि स्कूल ऑफ एमिनेंस में से चुने गए 15 लडक़े और 15 लड़कियों सहित 30 विद्यार्थियों का बैच इस यात्रा के लिए भेजा गया था। भगवंत मान ने कहा कि इनमें से अधिकतर विद्यार्थियों ने जि़ंदगी में पहली बार हवाई जहाज़ में सफऱ किया है। उन्होंने कहा कि इन विद्यार्थियों के सफऱ, खाने- पीने और रहने का सारा खर्चा पंजाब सरकार ने उठाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विद्यार्थी और उनके साथ गए अध्यापक उसी होटल में ठहरे थे, जहां शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ठहरे थे। उन्होंने कहा कि इसरो आने वाले दिनों में लगभग 13 अलग-अलग प्रोजेक्टों पर अन्य अंतरिक्ष और मिज़ाईल प्रोग्रामों का आयोजन करेगा, जिसमें सूबे के अन्य विद्यार्थियों को विज्ञान और प्रौद्यौगिकी बारे अपने ज्ञान में विस्तार करने के लिए भेजा जायेगा। भगवंत मान ने कहा कि जैसे कि किसी भी क्षेत्र में विद्यार्थियों के ज्ञान में विस्तार करने के लिए थ्यूरी की अपेक्षा प्रेक्टिकल अधिक अहम भूमिका निभाता है, यह टूर विद्यार्थियों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने में अहम भूमिका निभाएगेें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़े गौरव और संतुष्टि की बात है कि इसरो ने सूबे में स्पेस म्युजिय़म स्थापित करने में गहरी रूचि दिखाई है। उन्होंने कहा कि पंजाब में इस प्रोजैक्ट की स्थापना के लिए सूबा सरकार इसरो को पूरा सहयोग देगी। भगवंत मान ने कल्पना की कि इस म्युजिय़म की स्थापना के साथ सूबे में विज्ञान सभ्याचार और प्रफुल्लित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब की शिक्षा प्रणाली में बड़े सुधार लाने की तरफ विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से 23 जुलाई को स्कूल प्रिंसीपलों के दो ग्रुपों को सिंगापुर भेजा जाएगा, ताकि वही की शिक्षा प्रणाली को देख कर नया अनुभव लिया जा सकें। भगवंत मान ने कहा कि इससे पहले भी कुछ अध्यापकों को इसी तरह की प्रशिक्षण के लिए सिंगापुर भेजा गया था और इसका उदेश यह यकीनी बनाना है कि अध्यापक शिक्षा के क्षेत्र मं विश्व भर में प्रचलित उन्नत अभ्यास के बारे में जानकार हो सके और उस महारत को राज्य के विद्यार्थियों के साथ सांझा कर सकें।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य की 70 साल से अधिक पुरानी चली आ रही शिक्षा प्रणाली में बड़े स्तर पर सुधार लाने के लिए उनकी सरकार शिक्षा क्षेत्र की कायाकल्प के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा को बढावा देने के लिए बुनियादी ढांचे और मानवीय साधनों के विकास पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। भगवंत मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब पंजाब, देश भर में मानक शिक्षा का केंद्र बन कर उभरेगा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार जल्द ही सरकारी स्कूलों में पढऩे वाली छात्राओं के लिए बस सेवा शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि इस योजना का उदेश्य छात्राओं को सरकारी स्कूलों में अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए सुविधा प्रदान करना है। भगवंत मान ने कहा कि यह कदम इन स्कूलों में पढऩे वाली लड़कियों की सुरक्षा को यकीनी बनाएगा, जिससे वह शिक्षा के क्षेत्र में राज्य का नाम रोशन कर सकें।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि गर्मियों के पीक सीजन दौरान सरकारी दफ़्तरों का समय बदल कर सुबह 7- 30 बजे से दोपहर 2 बजे तक करने के फ़ैसले के सार्थक नतीजे सामने आए है क्योंकि पंजाब ने पिछले 54 दिनों दौरान 52,000 सरकारी दफ़्तरों में 10,800 मेगावाट बिजली की बचत की है। उन्होंने कहा कि इस फ़ैसले के साथ कर्मचारियों को अपने काम से छुट्टी लिए बिना सुबह ही अपना काम निपटा कर दफ़्तरी समय के बाद सामाजिक समागमों में शामिल होने की भी सुविधा मिली। इसी तरह कर्मचारियों ने अपने परिवार के साथ भी अधिक से अधिक समय व्यतीत किया।
इस दौरान श्रीहरीकोटा के दौरे से वापस लौटे विद्यार्थियों ने उनके लिए वैज्ञानिक ज्ञान और अनुभव के नए रास्ते खोलने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि अपने दौरे दौरान ग्रहों, मिज़ाईलों और अन्य यंत्रों के बारे में विशाल अनुभव प्राप्त किया। विद्यार्थियों ने टूर दौरान उनकी आरामदायक रहने और यात्रा के लिए पुख््ता प्रबंध करने के लिए राज्य सरकार की प्रशंसा भी की।