CHANDIGARH, 1 APRIL: पंजाब की वर्तमान कानून-व्यवस्था की स्थिति से उद्योग जगत पहले से ही डरा हुआ है और अब सरकार द्वारा बिजली की दरों में 60 पैसे की बढ़ोतरी से इस पर और भी बुरा असर पड़ने के आसार हैं। पंजाब प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अमित विज ने एक बयान में कहा कि वर्तमान आम आदमी सरकार ने सत्ता में आने से पहले उद्योग जगत से वायदा किया था कि उन्हें 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा अब सरकार ने वायदे से मुकरते हुए उद्योग पर बिजली दरों में 60 पैसे की वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि बिजली दरों में वृद्धि से उद्योग बुरी तरह से प्रभावित होंगे।
उन्होंने आशंका जाहिर की कि इससे उत्पादन की दरों में वृद्धि होगी जिससे कीमतों में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि मूल्य वृद्धि के मामले में हम जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, एमपी, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्य उद्योगों के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगे। विज ने आशंका व्यक्त करते कहा कि इससे उद्योग दूसरे राज्यों में स्थानांतरित हो सकते है जिससे बेरोजगारी और राज्य के राजस्व में कमी आ सकती है।
उन्होंने कहा कि राज्य में पहले से ही कानून वयवस्था के कारण लोग निवेश से डर रहे हैं, यदि उद्योगों ने यहां से पलायन कर दिया तो राज्य का बड़ा नुकसान हो सकता है। उन्होंने सरकार से अपील की कि वे उद्योग पर की बिजली वृद्धि को तुरंत वापिस ले और 5 रुपये प्रति यूनिट देने के किये वादे को निभाए। उन्होंने कहा कि उद्योगों पर अधिक वित्तीय बोझ से राज्य में विनाशकारी स्थिति पैदा हो सकती है।