कनून-व्यवस्था को भंग करने की कोशिश में थोड़ी बहुत भूमिका वाले अन्य व्यक्तियों को भी जल्द पुलिस हिरासत से किया जाएगा रिहा
CHANDIGARH, 24 MARCH: पंजाब पुलिस ने राज्य में अमन-कानून को नुकसान पहुंचाने की कोशिशें करने वालों के विरुद्ध चल रहे अभियान के दौरान एहतियात के तौर पर गिरफ्तार किए गए 44 व्यक्तियों को आज पुलिस हिरासत से रिहा कर दिया। मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान ने ऑपरेशन के दौरान किसी भी बेकसूर व्यक्ति को परेशान न करने की स्पष्ट हिदायतें दी थीं। इस बीच, खालिस्तान समर्थक वारिस पंजाब दे संगठन का प्रमुख अमृतपाल सिंह अब भी पुलिस की पकड़ से दूर है।
एडिशनल डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (ए.डी.जी.पी.) लॉ एंड आर्डर अर्पित शुक्ला ने बताया कि जनता के बड़े हितों में और नौजवानों को परेशानी न आने देने को ध्यान में रखते हुए पंजाब पुलिस ने उन व्यक्तियों को रिहा करने का फ़ैसला किया है, जिनकी कम से कम भूमिका है या जो भावना में बहकर अमृतपाल सिंह के साथ चल पड़े थे। ऐसे 44 व्यक्तियों, जिनको एहतियात के तौर पर गिरफ्तार किया गया था, को शुक्रवार को भविष्य में अच्छे आचरण के वायदे के साथ उनके पारिवारिक सदस्यों के हवाले कर दिया गया है।
ज़िक्रयोग्य है कि राज्य में अमन-शान्ति को भंग करने के आरोप में कुल 207 व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया गया था, जिनमें से 30 गंभीर आपराधिक गतिविधियों में शामिल पाये गए हैं, जबकि बाकियों की गिरफ़्तारी सुरक्षा की नज़र से एहतियात के तौर पर की गई है।
आई.जी.पी. सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि पुलिस टीमों से तरफ से बाकी रहते व्यक्तियों की जांच की जा रही है, जोकि एहतियातन गिरफ्तारी अधीन हैं और यदि वह किसी भी ठोस आपराधिक गतिविधियों में शामिल न पाए गए तो जल्द ही उनको भी पुलिस हिरासत से छोड़ दिया जाएगा।