Operation Amritpal: CHANDIGARH, 19 MARCH: वारिस पंजाब दे (waris punjab de) संगठन और खालिस्तान (Khalistan) समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) अभी पंजाब पुलिस की पकड़ से बाहर है। अब तक उसके 78 समर्थकों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उनसे 9 हथियार भी बरामद हुए हैं। इनमें एक .315 बोर की राइफल, सात 12 बोर की राइफलें, एक रिवाल्वर और विभिन्न कैलिबर के 373 कारतूस शामिल हैं। पुलिस ने वारिस पंजाब दे (waris punjab de) संगठन से जुड़े कई अन्य लोगों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पूरे पंजाब में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस बीच, एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के पिता ने दावा किया है कि उनके बेटे को पुलिस ने रात को ही गिरफ्तार कर लिया था।
इधर, पुलिस का कहना है कि अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) की तलाश में पंजाब पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है। जालंधर के एसएसपी (रूरल) स्वर्णदीप सिंह ने मीडिया को बताया है कि अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के काफिले में इस्तेमाल की जा रही एक कार को जब्त किया गया है। उसमें से एक कृपाण और .315 बोर का हथियार, 57 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। अमृतपाल ने यह कार इस्तेमाल के बाद छोड़ दी थी। इस बीच, पंजाब में कल से शुरू की गई इंटरनेट बंदी को अब सोमवार तक बढ़ा दिया गया है, ताकि राज्य के माहौल को खराब होने से बचाया जा सके।
डिब्रूगढ़ जेल ले जाए गए अमृपाल के चार साथी
सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार किए गए अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के साथियों में से 4 को पंजाब पुलिस असम के डिब्रूगढ़ ले गई है। इन्हें वहां की सेंट्रल जेल में रखा जाएगा। आईजी जेल के नेतृत्व में इन सभी आरोपियों को असम ले जाया गया। पुलिस ने अभी किसी का नाम उजागर नहीं किया है।
सोमवार दोपहर तक बढ़ाई इंटरनेट बंदी
पंजाब में ऑपरेशन अमृतपाल (Operation Amritpal) के चलते माहौल बिगडऩे की आशंका को देखते हुए पंजाब में रविवार दोपहर तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थी। अब इस प्रतिबंध को सोमवार दोपहर 12 बजे तक बढ़ा दिया गया है। पंजाब सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि जनता के हित में पंजाब के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी एसएमएस सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं 20 मार्च दोपहर 12 बजे तक निलंबित की गई हैं। अमृतसर, फाजिल्का, मोगा, बठिंडा और मुक्तसर समेत कई जिलों में धारा-144 लागू करने के अलावा भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। चंडीगढ़, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर से लगती पंजाब की सीमा को सील कर दिया गया है।
अमृतपाल सिंह का फाइनेंसर कलसी भी गिरफ्तार
पुलिस ने देर रात अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के फाइनेंसर दलजीत सिंह कलसी को भी गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसका चाचा हरजीत सिंह, ड्राइवर हरप्रीत, गुरु औजला, तूफान और पफ्लप्रीत सिंह अभी फरार हैं।
जालंधर, गुरदासपुर व लुधियाना में पुलिस का फ्लैग मार्च
उधर, अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) पर पुलिस कार्रवाई की खबरों के बाद उसके समर्थकों ने आनंदपुर साहिब में ऊना-चंडीगढ़ मार्ग, बरनाला-फरीदकोट हाईवे और मोहाली में एयरपोर्ट रोड पर जाम लगा दिया। अमृतपाल (Amritpal) के पैतृक स्थान अमृतसर के गांव जल्लूपुर खेड़ा के पास भी भारी सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है। पुलिस ने देर रात मीडिया को बताया कि अमृतसर के अजनाला थाने पर हुए हमले के संबंध में 24 फरवरी को वारिस पंजाब दे (waris punjab de) संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) और उसके साथियों के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। शनिवार दोपहर पुलिस ने जालंधर की शाहकोट-मलसियां रोड पर अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) व उसके साथियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान पुलिस ने मौके पर वारिस पंजाब दे (waris punjab de) संगठन के सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) मौके से अपने कुछ साथियों के साथ फरार हो गया था। उसके पीछे पुलिस की करीब 60 गाडिय़ां लगीं। पुलिस को पीछे देखकर उसका ड्राइवर गाड़ी लिंक रोड की तरफ मोड़कर भगा ले गया। जालंधर और मोगा पुलिस उसके पीछे लग गई लेकिन कई किलोमीटर पीछा करने के बाद भी पुलिस अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) को पकड़ नहीं पाई। आज पंजाब पुलिस व रैपिड एक्शन फोर्स ने जालंधर, गुरदासपुर व लुधियाना समेत पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों में फ्लैग मार्च निकाला। साथ ही लोगों से अमन-शांति बनाए रखने की अपील की।
अमृतपाल का भागते हुए का वीडियो वायरल
अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) का कार में बैठकर भागते हुए का एक वीडियो भी सामने आया है। कार में उनके एक सहयोगी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि पुलिस भाई साहिब (Amritpal Singh) के पीछे है। एक अन्य समर्थक ने एक वीडियो सांझा किया है, जिसमें वह दावा कर रहा है कि पुलिसकर्मी उसका पीछा कर रहे हैं।
अमृतपाल सिंह पर दर्ज हैं चार मामले
अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के खिलाफ चार केस दर्ज हैं। इनमें से दो मामले अमृतसर जिले के अजनाला थाने में हैं। अपने एक करीबी लवप्रीत सिंह की गिरफ्तारी से नाराज होकर अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) ने गत 23 फरवरी को अपने समर्थकों के साथ अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इस केस में उस पर कार्रवाई नहीं होने के चलते पंजाब पुलिस की काफी किरकिरी हो रही थी। अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) पर आरोप था कि वह श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की आड़ लेकर थाने पहुंचा था और भीड़ को हमले के लिए उकसाया। इस हमले में एसपी समेत छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इसके अलावा अमृतपाल (Amritpal) पर भड़काऊ भाषण देने का केस भी दर्ज है।
पुलिस ने रात में ही कर ली थी ऑपरेशन की तैयारी
वारिस पंजाब दे (waris punjab de) संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) ने शनिवार को जालंधर के शाहकोट-मलसियां इलाके और बठिंडा जिले के रामपुरा फूल में अपने कार्यक्रम रखे थे। शाहकोट-मलसियां में उसके कार्यक्रम के लिए समर्थक सुबह से जुटने लगे थे। इस बीच, पुलिस ने शुक्रवार रात को ही बड़े ऑपरेशन की तैयार कर ली थी। अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) व उसके समर्थकों पर बड़ी कार्रवाई करने के लिए पुलिस ने जालंधर के देहात इलाके के महितपुर को चुना, जहां से अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) का काफिला निकलना था। पूरे आपरेशन को अंजाम देने के लिए जालंधर देहात के एसएसपी स्वर्णदीप सिंह व मोगा के एसएसपी जे इलेनचेलियन को कमान सौंपी गई थी।
पिता का दावा- सुरक्षा एजेंसियों ने कहा, बेटे को सरेंडर करने के लिए कहें
अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने शनिवार शाम को मीडिया से बातचीत में दावा किया कि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के लोग उनके घर आए थे। इस दौरान सुरक्षा एजेंसियों के सदस्यों ने उनसे कहा कि वह अपने बेटे को सरेंडर करने के लिए कहें। इसके अलावा उनसे और कुछ नहीं कहा गया।
पंजाब पुलिस ने की अमन-शांति व सौहार्द बनाए रखने की अपील
इस बीच, पंजाब पुलिस ने राज्य के लोगों से अमन-शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। साथ ही कहा है कि नागरिक फर्जी खबरें या नफरत फैलाने वाले भाषण न फैलाएं। अफवाहों पर ध्यान न दें।
अमृतपाल की गाड़ियां जब्त
देर रात जालंधर सीपी कुलदीप चहल ने मीडिया को बताया कि अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) की दोनों गाडिय़ां जब्त करने के अलावा उसके सभी गनरों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। गनरों के शस्त्र लाइसेंसों की जांच की जा रही है।
मोहाली में एयरपोर्ट रोड किया जाम
खालिस्तान (Khalistan) समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) पर कार्रवाई के विरोध में शनिवार शाम को मोहाली में वाईपीएस चौक पर धरने पर बैठे कौमी इंसाफ मोर्चा में शामिल निहंगों ने तलवारों के साथ नारेबाजी की थी। इसके बाद उन्होंने गुरुद्वारा सिंह शहीदां की तरफ कूच किया और एयरपोर्ट रोड पर जाम लगा दिया। इसके बाद देर रात ढाई बजे एक तरफ का रास्ता खोल दिया गया। सूत्रों के अनुसार कौमी इंसाफ मोर्चा के सदस्य वापस वाईपीएस चौक लौट गए लेकिन अमृतपाल सिंह के समर्थक एयरपोर्ट रोड पर ही बैठे रहे। रविवार सुबह एक बार फिर एयरपोर्ट रोड को जाम कर दिया गया।
आठ फरवरी को मोहाली-चंडीगढ़ सीमा पर हुई थी झड़प
जेलों में सजा पूरी कर चुके सिखों की रिहाई की मांग को लेकर कौमी इंसाफ मोर्चा (Qaumi Insaaf Morcha) के सदस्य मोहाली में वाईपीएस चौक पर गत 7 जनवरी से धरने पर बैठे हैं। कौमी इंसाफ मोर्चा (Qaumi Insaaf Morcha) में शामिल निहंगों और पुलिस के बीच चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर गत 8 फरवरी को हिंसक झड़प हो गई थी। इसमें पंजाब पुलिस के साथ चंडीगढ़ पुलिस के कर्मचारी भी घायल हो गए थे। इसके बाद से मोहाली-चंडीगढ़ सीमा पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।