भ्रष्टाचार के अलग-अलग मामलों में ली थी 65,000 रुपए घूस
CHANDIGARH, 18 MARCH: भ्रष्टाचार के मामलो में लगातार ठोस कार्रवाई कर रही एंटी करप्शन ब्यूरोहरियाणा की टीम ने गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के एक असिस्टेंट मैनेजर, सहकारिता विभाग के इंस्पेक्टर व खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के दो कर्मचारियों समेत कुल पांच आरोपियों को 65,000 रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। भ्रष्टाचार के सभी आरोपियों को जिला गुरुग्राम, फरीदाबाद और यमुनानगर से काबू किया गया है।
एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि पहले मामले में ब्यूरो की टीम ने गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के बागवानी विंग में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर तैनात गजराज सिंह को 5,000 रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। उसने सेक्टर 90 इलाके में एक शाॅप चलाने वाले शिकायतकर्ता उस्मान को बिना किसी रूकावट के दुकान के संचालन के लिए हर महीने के हिसाब से 5,000 रुपये देने की मांग की थी। इस बात की शिकायत एसीबी में की गई जिसमें टीम बनाकर मौके पर रेड करते हुए आरोपी को 5000 रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
40,000 लेते सहकारी इंस्पेक्टर व निजी व्यक्ति काबू
दूसरे मामले में, एसीबी की टीम ने शिकायत मिलने के बाद फरीदाबाद में तैनात सहकारिता विभाग के इंस्पेक्टर मुकेश कुमार तथा ग्रुप हाउसिंग कोआॅपरेटिव सोसायटी के अकांउटेंट (एक निजी व्यक्ति) को शिकायतकर्ता से 40,000 रुपये लेते पकड़ा है। आरोपी कोआॅपरेटिव सोसायटी में पिछले खरीदार से फ्लैट का स्वामित्व नाम बदलने के एवज में शिकायतकर्ता से रिश्वत की मांग कर रहे थे। शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने तथ्यों की जांच के बाद जाल बिछाकर इंस्पेक्टर मुकेश कुमार सहित निजी व्यक्ति अमित कुमार को 40,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
20,000 लेते ऐसे धरे गये डीएफएससी के अकाउंटेंट और क्लर्करिश्वतखोरी के अन्य मामले में कार्रवाई करते हुए यमुनानगर में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अकाउंटेंट और क्लर्क को 20,000 रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। एक डिपो होल्डर का कमीशन जारी करने की एवज में आरोपी रिश्वत मांग रहे थे।
गुलाब सिंह ने एसीबी को दी शिकायत में बताया कि उसकी पत्नी के नाम पर गांव में राशन डिपो है। यमुनानगर जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक कार्यालय का अकाउंटेंट विकास चंद उनसे राशन डिपो का बकाया कमीशन दिए जाने की एवज में 20,000 रुपए की मांग कर रहा है। इसके बाद ब्यूरो टीम द्वारा आरोपी को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। रिकॉर्डिंग व आरोपी विकास के बयान के आधार पर वर्तमान में कानफेड कार्यालय में अस्थाई रूप से अटैच आजाद क्लर्क को भी गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।