पूर्व मेयर बोलीं- चंडीगढ़ की जनता से माफी मांगनी ही होगी किरण खेर को, साथ बैठे मेयर का ताली बजाना भी दुर्भाग्यपूर्ण
CHANDIGARH, 16 MARCH: चंडीगढ़ की भाजपा सांसद किरण खेर के जूते वाले बयान को लेकर शहर के राजनीतिक गलियारे में जबरदस्त प्रतिक्रिया हुई है। गैरभाजपाई दल किरण खेर के विरोध में खड़े हो गए हैं। चंडीगढ़ की पूर्व मेयर और कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यसमिति की सदस्य कमलेश बनारसीदास ने कहा है कि सांसद किरण खेर का बयान न केवल अमर्यादित है, बल्कि बहुत ही घटिया और निम्न स्तर का है। इसकी जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है।
कमलेश बनारसीदास ने कहा कि चंडीगढ़ पढ़े-लिखे लोगों का शहर है। यहां की जानता ने किरण खेर को इस तरह का रवैया अपनाने के लिए सांसद नहीं चुना था। किरण खेर चुनाव के समय तो वोट हाथ जोड़कर मांगती थीं। अब सांसद बनने का अहंकारआ गया है कि वोट दो नहीं तो छित्तर पड़ेंगे। यह असहनीय है और वोटर का अपमान है। कमलेश बनारसीदास ने कहा कि किरण खेर को चंडीगढ़ के वोटरों से माफी मांगनी ही होगी। सांसद के रूप में कहीं कोई विकास कार्य कराकर उन्होंने वोटरों पर कोई अहसान नहीं किया है। न ही अपनी जेब से पैसे दिए हैं। जनता का पैसा जनता के लिए खर्च हुआ है। भारत का संविधान हर वोटर को यह अधिकार देता है कि वह अपनी मर्जी से जिसको चाहे वोट दे, सांसद किरण खेर उन्हें धमका नहीं सकतीं।
कमलेश बनारसीदास ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने दीप काम्प्लेक्स को बचाया। चण्डीगढ़ कांग्रेस की देन है। स्वर्गीय जवाहर लाल नेहरू ने चंडीगढ़ बसाया लेकिन कभी चंडीगढ़वासियों के लिए घटिया भाषा का इस्तेमाल नहीं किया। पूर्व मेयर कमलेश बनारसीदास ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सांसद किरण खेर की घटिया बयानबाजी पर साथ बैठे भाजपा के मेयर हंस रहे और ताली बजा रहे थे। कमलेश बनारसीदास ने किरण खेर से कहा है कि चंडीगढ़ के लोगों की सेवा आप से नहीं हो पा रही है तो आप इस्तीफा दें और मुंबई जाएं, क्योंकि आपकी गलती माफी लायक भी नहीं है। हम चंडीगढ़ की जानता का अपमान सहन नहीं करेंगे।