कांग्रेस के पुराने मुख्यमंत्री ने बनाई थी अपने भ्रष्टाचारियों की सूची, पार्टी हाईकमान ने बदनामी के डर से लिस्ट दबा ली
CHANDIGARH, 6 MARCH: पंजाब विधान सभा के बजट सत्र में आज विरोधी पक्ष पर बरसते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि जनता का पैसा लूटने वाले किसी भी व्यक्ति को बख़्शा नहीं जायेगा।
मुख्यमंत्री ने विरोधी पक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा की दागी नेताओं के विरुद्ध विजीलैंस की कार्रवाई का विरोध करके भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए आलोचना करते हुए कहा कि पंजाब सरकार ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध कोई लिहाज़ न बरतने की नीति अपनाई है और भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध मिसाली कार्रवाई यकीनी बनाई जायेगी। राज्य को बेरहमी से लूटने और तबाह करने वाले इन गुनाहगारों के विरुद्ध कार्रवाई करने से उनको कोई नहीं रोक सकता। भगवंत मान ने कहा कि बड़े अफ़सोस की बात है कि कांग्रेसी नेता उन लोगों को सरप्रस्ती देने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्होंने लोगों की तरफ से दी ताकत का दुरुपयोग करके राज्य की दौलत की अंधाधुंध लूट की है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भ्रष्ट नेता चाहे वह सत्ताधारी पक्ष के हों या विरोधी पक्ष के किसी भी कीमत पर बख़्शे नहीं जाएंगे। उन्होंने भ्रष्टाचार में गहरे धँसे होने पर कांग्रेस की आलोचना करते हुये कहा कि कांग्रेसी नेताओं ने अपने पद का दुरुपयोग करके जनता की दौलत लूटी। भगवंत मान ने सदन को भरोसा दिलाया कि उनको भ्रष्ट नेताओं के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई करने से कोई नहीं रोक सकता।
कांग्रेसी नेताओं पर तीखे हमले करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधी बैचों पर बैठे बहुत से कांग्रेसी नेता दाग़ी हैं। उन्होंने बाजवा को कहा कि चाहे यह नेता इन सीटों पर आपके बीच बैठे हैं परन्तु उनको भी जल्द ही अपने गुनाहों का खामियाजा भुगतना पड़ेगा क्योंकि इनके विरुद्ध कार्रवाई होनी लाज़िमी है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य के खि़लाफ़ हुए अपराधों में कई कांग्रेसी नेताओं के नाम शामिल हैं और उनकी सरकार ऐसे नेताओं को अपनी नापाक हरकतों के लिए जवाबदेह बनाऐगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे उनकी सरकार का फर्ज बनता है कि वह भ्रष्ट नेताओं के खि़लाफ़ सख़्त कार्रवाई करे परन्तु कांग्रेस ने हमेशा ऐसे नेताओं का बचाव किया है। उन्होंने प्रताप सिंह बाजवा को याद करवाया कि उनकी पार्टी के एक पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल के दौरान भ्रष्ट मंत्रियों और विधायकों की सूची कांग्रेस हाईकमान को सौंपी थी। भगवंत मान ने व्यंग्य कसते हुये कहा कि कांग्रेस हाईकमान इन भ्रष्ट नेताओं के विरुद्ध कार्रवाई करने की बजाय पार्टी को नमोशी से बचाने के लिए सूची के मामले में झुक गई, जिससे कांग्रेस का असली चेहरा नंगा हो गया है।