कहा- श्री गुरु ग्रंथ साहिब को ढाल बनाकर ग़ैर-कानूनी गतिविधियों को अंजाम देने वाले पंजाब के वारिस नहीं हो सकते, देशभर के राज भवन भाजपा के मुख्यालयों में तबदील हुए
CHANDIGARH, 26 FEB: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज प्रण लेते हुए कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था हर कीमत पर कायम रखी जाएगी और किसी को भी राज्य में सख़्त मेहनत कर हासिल की गई शान्ति को भंग करने की इजाज़त नहीं दी जाएगी।
आज यहाँ पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब और यहाँ के लोगों को अतीत में काले दौर की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है, जिस कारण लोग शान्ति और विकास चाहते हैं। उन्होंने कहा कि किसी को भी राज्य की शान्ति भंग करने की इजाज़त नहीं दी जाएगी। भगवंत मान ने कहा कि कुछ फूट डालने वाली ताकतें राज्य की शान्ति और विकास को पटरी से उतारने की भद्दी चालें चल रही हैं, परन्तु ऐसे लोगों के नापाक मंसूबे सफल नहीं होने देंगे।
मुख्यमंत्री ने सख़्त लहज़े में कहा कि पुलिस थाने में दाखि़ल होने के लिए शर्मनाक ढंग से पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का आसरा लेने वाले लोग पंजाब के वारिस नहीं हो सकते। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ना-माफी योग्य अपराध है, जिसकी सबके द्वारा सख़्त निंदा की जानी चाहिए। भगवंत मान ने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं और पवित्र ग्रंथ को ढाल बनाकर ग़ैर-कानूनी गतिविधियों को अंजाम देने की बजाय प्रेरणा लेनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग सरहद पार से फंड हासिल करके राज्य की शान्ति और तरक्की को अस्थिर करने की कोशिशें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग राज्य को तबाह करने के मंसूबे से पाकिस्तान के हाथों में कठपुतलियाँ बनकर नाच रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य की उपजाऊ धरती पर नफऱत और फूट को छोडक़र बाकी सब कुछ पैदा हो सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था ठीक है, जिस कारण दुनिया भर की कंपनियाँ राज्य में निवेश करने के लिए तैयार हैं। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार के अथक प्रयासों के स्वरूप आने वाले छह महीनों के दौरान पंजाब हरेक क्षेत्र में तरक्की करेगा।
केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र द्वारा नियुक्त राज्यपाल सम्बन्धित राज्यों में भगवा पार्टी के स्टार प्रचारक के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बदकिस्मती की बात है कि चुनी हुई सरकारों को ‘तानाशाही ढंग से हुक्म देने’ के लिए राज भवन भाजपा के मुख्य कार्यालय बन गए हैं। भगवंत मान ने स्पष्ट तौर पर कहा कि लोकतंत्र में केंद्र द्वारा नियुक्त किए गए व्यक्ति नहीं बल्कि लोगों द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि ही सर्वोच्च होते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले रिवायती पार्टियाँ फूट डालों वाले एजंडे के अंतर्गत वोट माँगती थीं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक क्षेत्र में ‘आप’ के दाखि़ले के बाद राजनीतिक प्रणाली में वर्णनयोग्य बदलाव देखा गया है, जिसने रिवायती पार्टियों को अपना एजेंडा फिर तय करने के लिए मजबूर किया है। भगवंत मान ने कहा कि ‘आप’ के प्रयासों के स्वरूप पहली बार एजेंडा मानक शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं पर आधारित है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा कि ‘आप’ बहादुर लोगों की पार्टी है, जो लोक कल्याण के लिए कुछ भी कर सकती है। उन्होंने कहा कि वह केंद्र सरकार द्वारा सी.बी.आई. और ई.डी. के दुरुपयोग से डरने वाले नहीं हैं और बिना किसी डर के लोगों की सेवा करते रहेंगे। भगवंत मान ने कहा कि लोकतंत्र की आवाज़ को दबाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग ‘आप’ और इसके नेताओं पर सफल नहीं होने दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पद ग्रहण करने के बाद उनकी सरकार राज्य की शान बहाल करने और हमारे महान राष्ट्रीय नेताओं के सपने साकार करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल के केवल 11 महीनों में लोगों के साथ किए वायदे पूरे कर दिए हैं और स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजग़ार के क्षेत्रों को सबसे अधिक प्राथमिकता दी जा रही है। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब के लोगों को मानक स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान करने के लिए अब तक 500 आम आदमी क्लीनिक लोगों को समर्पित किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सरकार के बनने के पहले कुछ महीनों में ही 26,000 से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं और सारी भर्ती केवल योग्यता और पारदर्शिता के आधार पर की गई है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि पंजाब पुलिस में 2100 पद भरने की निर्धारित प्रक्रिया जारी की गई है और आने वाले चार सालों में हर साल कॉन्स्टेबलों के 1800 और सब-इंस्पेक्टरों के 300 पद भरने का फ़ैसला किया गया है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार नौजवानों के लिए रोजग़ार के नए रास्ते खोलने के लिए राज्य को औद्योगिक विकास की पटरी पर लाने पर ज़ोर दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बिजली के लम्बे कट लगने के दिन पूरे हो चुके हैं, क्योंकि पंजाब अतिरिक्त बिजली पैदा करने वाला राज्य बनने की ओर बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के प्रयासों के स्वरूप राज्य में बिजली उत्पादन में 83 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा किए गए अथक प्रयासों के स्वरूप पछवाड़ा कोयला खान से बिजली उत्पादन के लिए कोयले की सप्लाई लम्बे समय के बाद फिर से शुरू हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 1 जुलाई से प्रति माह 300 यूनिट मुफ़्त बिजली देने की गारंटी पूरी कर दी है। उन्होंने कहा कि यह बहुत संतुष्टि वाली बात है कि राज्य के 87 प्रतिशत घरों को बिजली का बिल ज़ीरो आ रहा है। भगवंत मान ने कहा कि वह ख़ुद साधारण परिवार से हैं और अच्छी तरह जानते हैं कि उनको कौन सी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार के प्रयासों के स्वरूप उद्यमियों ने राज्य में निवेश के लिए भारी उत्साह दिखाया है। उन्होंने कहा कि स्टील की प्रसिद्ध कंपनी टाटा स्टील ने भी राज्य में निवेश किया है, जो जमशेदपुर के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा स्टील प्लांट लुधियाना में स्थापित कर रही है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य में कई वैश्विक कंपनियाँ भी बड़े स्तर पर निवेश करने के लिए आगे आ रही हैं।
मुख्यमंत्री ने व्यंग्य कसते हुए कहा कि पहले उद्योग सत्ता में रहने वाले परिवारों के साथ समझौतों पर दस्तखत करते थे, परन्तु जब से उन्होंने पद संभाला है, राज्य के लोगों के लिए समझौतों पर दस्तखत किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि पहले अमीर परिवारों को इन समझौतों का लाभ मिलता था, परन्तु अब पंजाबियों को इसका लाभ मिलेगा। भगवंत मान ने कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि उनकी सरकार समाज के हरेक वर्ग के कल्याण के लिए अथक प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को मानक शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य के 23 जि़लों में 117 स्कूल ऑफ एमिनेंस स्थापित किए जा रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि इससे विद्यार्थियों को भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अच्छी तरह तैयारी करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी और वह दिन दूर नहीं जब पंजाब की पुरातन शान बहाल हो जाएगी।