CHANDIGARH, 25 FEB: खेलों का पॉवर हाऊस कहा जाने वाला हरियाणा एक बार फिर खेलों के महाकुम्भ के लिए तैयार है। राज्य में जल्द ही 26वीं अखिल भारतीय वन खेल-कूद प्रतियोगिताओं का आयोजन होने वाला है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज अपने निवास संत कबीर कुटीर पर 26वीं अखिल भारतीय वन खेल-कूद प्रतियोगिता का लोगो व शुभंकर जारी कर इन खेलों का आगाज कर दिया है। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा एवं वन मंत्री कंवर पाल भी उपस्थित रहे।
मनोहर लाल ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि 26वीं वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन हरियाणा राज्य द्वारा किया जा रहा है। इससे पहले भी दो बार क्रमशः वर्ष 2003 में 10वीं एवं वर्ष 2013 में 13वीं बार भी राज्य में इस प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है इस बार 10 से 14 मार्च तक इन खेलों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें समस्त राज्यों, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, भारत सरकार, केन्द्र शासित प्रदेशों एवं वन अनुसंधानों के लगभग 2500 प्रतिभागियों के भाग लेने की संभावना है ।वन विभाग में ग्रुप सी में फॉरेस्ट गार्ड के पद पर खिलाड़ियों को नियुक्त कर अलग अलग खेल टीमें बनाई जाएंगी। मुख्यमंत्री ने खेलो के मस्कट का कृष नामकरण किया । लोगो एवम मस्कट का अवलोकन किया।
गौरतलब है कि पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन, मंत्रालय, भारत सरकार प्रतिवर्ष अखिल भारतीय वन खेल – कूद प्रतियोगिता करवाता है, जिसका जिम्मा प्रति वर्ष किसी राज्य को सौंपा जाता है। 26 वीं वन खेल – कूद प्रतियोगिता का जिम्मा हरियाणा वन विभाग को दिया गया है। वन एवं पर्यावरण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वर्ष 1993 में वन विभाग में खेलों के समुचित प्रोत्साहन के लिए वार्षिक अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का आरम्भ किया गया, जिसका प्रथम आयोजन वर्ष 1993 में हैदराबाद में किया गया तब से अब तक कुल 25 बार प्रतियोगिता का आयोजन किया जा चुका है।
लोगो में दर्शाया गया है हरियाणा की संस्कृति व प्रगति
खास बात यह है कि लोगो हेतु ब्लैक बक यानि काला हिरन को चुना गया, जोकि हमारी संस्कृति का रचा – बसा शानदार तेजस्वी वन्य जीव है एवं हरियाणा का राज्य पशु है। लोगो में राज्य का नक्शा यह इंगित करता है कि हरियाणा राज्य इस वर्ष खेलों का आयोजन कर रहा है जो कि सभी क्षेत्रों में तीव्र प्रगति के साथ खेलों में भी सबसे आगे है।
वृताकार घेरे में चिन्हित खेल हरियाणा में प्रमुख रूप से आयोजित खेलों के बारे में है जिन्हें आयोजन के दौरान खेला जायेगा। ऊपर दिखायी गयी पत्तियां वन भाईचारे को दर्शाती हैं। भारतीय पौराणिक ग्रंथों में काले हिरन को श्रीकृष्ण जी का सारथी माना जाता है इसे कहीं – कहीं वायु देवता व चन्द्र देवता का वाहन भी बताया गया है।
ताऊ देवी लाल स्टेडियम पंचकूला सहित अन्य स्थानों पर होगी प्रतियोगिताएं
26वीं अखिल भारतीय वन खेल-कूद प्रतियोगिताओं का मुख्य केन्द्र पंचकूला के सेक्टर -3 स्थित ताऊ देवी लाल स्टेडियम होगा। इस स्टेडियम में सभी प्रकार की दौड़ें पैदल चाल, बाधादौड़, चक्का फेंक, भाला फेंक, हैमर लम्बी कूद, ऊँची कूद, गोला फेंक, ट्रिपल जंप, इनडोर गेम्स जैसे कि बैडमिंटन, कैरम, टेबल टेनिस और चेस बास्केटबॉल, क्रिकेट, हॉकी, कबड्डी, वालीबॉल एवं रस्साकसी आयोजित होंगी।
इसके आलावा, गोल्फ क्लब, सेक्टर -3 पंचकूला में गोल्फ तथा जिमखाना क्लब, सेक्टर -6 में लॉन टेनिस ब्रिज, स्नूकर, बिलियर्ड और स्क्वैश प्रतियोगिताएं होंगी। तीरंदाजी पंजाब विश्वविद्यालय के खेलकूद मैदान में तथा शूटिंग प्रतियोगिता शूटिंग रेंज चण्डीगढ़ में होगी। भरोतोलन प्रतियोगिता राजकीय महाविद्यालय सेक्टर – 1 पंचकूला में आयोजित होगी।
285 तरह के खेल होंगे
उपरोक्त सभी प्रतियोगिताओं में 285 तरह के खेल कार्यक्रम आयोजित होंगे जिसमें महिलाओं व पुरूषों के लिये ओपेन वेटेरन एवं सीनियर वेटेरन श्रेणी के लगभग 2500 प्रतियोगी हिस्सा लेंगे। ओपन श्रेणी में सभी भाग ले सकते हैं। वेटरन व सीनियर वेटरन श्रेणी 45 वर्ष से 52 वर्ष तक तथा सीनियर वेटरन 52 वर्ष से ऊपर के प्रतियोगियों के लिये हैं जो 43 टीमों के रूप में 36 राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों तथा 7 प्रतिशत संस्थाओं से आ रही हैं।
आयोजन के लिए यातायात की व्यवस्था, खानपान, स्वागत, आवास एवं सफाई आदि के लिए अलग – अलग कमेटी का गठन किया जा चुका है। सभी खेल स्थलों को प्लास्टिक मुक्त रखा गया है और सभी जगह G- 20 तथा लाइफ (लाइफ स्टाइल फॉर एनवायरमेंट) का लोगो भी अंकित किया जायेगा। इस अवसर पर एसीएस
अंकुर गुप्ता, एसीएस विनीत गर्ग, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉक्टर अमित अग्रवाल, खेल निदेशक पंकज नैन सहित वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।