मेडिटेशन करने से जीवन शैली में सकारात्मक परिवर्तन आया है: जस्टिस राजन गुप्ता
कार्यक्रम में वैज्ञानिक ढंग से तनाव स्तर और एकाग्रता के लेवल को मापने के लिए मशीनें लगाई गई
CHANDIGARH, 13 FEB: ब्रह्मा कुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय की चण्डीगढ़ शाखा ग्लोबल पीस हाउस, सैक्टर 15 द्वारा शिवरात्रि के उपलक्ष्य में 87वीं त्रिमूर्ति शिव जयंती का उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस उत्सव का थीम था समय की पुकार। इस अवसर पर ब्रह्मा कुमारीज की पंजाब जोन की इंचार्ज राज योगिनी उत्तरा दीदी, मोहाली सेंटर की डायरेक्टर बी के प्रेम दीदी, जस्टिस राजन गुप्ता, जस्टिस दीपक गुप्ता, श्रीमती गरिमा सिंह, वित्त सचिव, पंजाब, पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. बलदेव सेतिया, स्पेन के मैड्रिड से मोटिवेशनल स्पीकर ब्रदर एनरिकी उपस्थित थे।
इस अवसर पर शुभकामनाओं के बैंक परियोजना शुरुआत की गई। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण वैज्ञानिक ढंग से तनाव स्तर और एकाग्रता के लेवल को मापने के लिए लगाई गई मशीनें थी, जहां बहुत संख्या में लोग अपने तनाव और एकाग्रता को मापने के लिए जुटे थे। इस अवसर पर बोलते हुए जस्टिस दीपक गुप्ता ने कहा कि राजयोग को अपनाकर उन्होंने अपने जीवन में बदलाव महसूस किया है और लोगों को मेडिटेशन को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने के लिए आह्वान किया। गरिमा सिंह ने कहा कि खुशी पाने के लिए नजर नहीं, नजरिया बदलने की जरूरत है। जस्टिस राजन गुप्ता ने ब्रह्मा कुमारीज़ संस्था के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि जब से वे मेडिटेशन करने लगे हैं उनकी जीवन शैली में सकारात्मक परिवर्तन आया है और उन्हें अपने आप में शांति और स्थिरता की अनुभूति होने लगी है। ब्रह्मा कुमारी प्रेम दीदी ने “समय की पुकार”का अर्थ समझाते हुए कहा कि यह परिवर्तन का समय है, हमें कुछ छोड़ना नहीं है, कुछ तोड़ना नहीं है, बस सब को जोड़ना है। राजयोगिनी उत्तरा दीदी ने कहा कि यह पुनर्निर्माण का समय है,हम खुद को भूलें है और खुदा को भी भूल गए हैं और हमने अपने देवत्व को भी भुला दिया है,ये सब पुनः याद करने का समय आ गया है। पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर डॉक्टर बलदेव सेतिया ने तनाव कम करने के लिए अपने लिए कुछ समय निकालने तथा “अपने से पहले, दूसरों,के हितों का ध्यान रखने की बात कही। ग्लोबल पीस हाउस की इंचार्ज राजयोगिनी अनीता दीदी ने इस कार्यक्रम के तीन उद्देश्य, शुभकामनाओं के बैंक का शुभारंभ, चंडीगढ़ के जाने माने शिक्षकों, जिन्हें भविष्य के शिल्पी मानते हुए उनका सम्मान करने और शिव जयंती मनाने के अवसर को त्रिवेणी नाम देते हुए अपने वक्तव्य से वहां बैठे हजार से भी अधिक लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
उन्होंने सबसे कहा कि अपने अभिमान की परतें हटा कर “सबको सबके लिए दुआएं “और शुभकामनाएं इस बैंक में जमा करने का आह्वान किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय, महाविद्यालय और विभिन्न स्कूलों के सौ से भी अधिक शिक्षकों को उनके योगदान और उपलब्धियों को सम्मानित करते हुए सौगात, प्रसाद और प्रमाणपत्र भी दिए गए। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ आध्यात्मिक विषयों पर भी चर्चा की गई।