मोदी सरकार द्वारा अडानी समूह को दिए गए अनुचित लाभ के कारण निवेशकों की गाढ़ी कमाई खतरे में हैः एचएस लक्की
CHANDIGARH, 6 FEBRUARY: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने आज यहां सेक्टर-17 स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के उत्तर क्षेत्रीय मुख्यालय के सामने केंद्र की मोदी सरकार एवं अडानी समूह के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने किया। केंद्र की भाजपा सरकार व अडानी समूह के खिलाफ नारे लिखी तख्तियां तथा बैनर हाथों में लिए प्रदर्शनकारी कांग्रेसजनों ने क्रोनी कैपिटलिज्म के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि मोदी सरकार के चुनिंदा कॉरपोरेट मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए नियम-कायदों को तोड़ा गया और सरकार ने अडानी समूह में जबरन निवेश करने के लिए सरकारी निकायों को मजबूर किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारी कांग्रेसजन SBI मुख्यालय के सामने सड़क पर बैठ गए और लगातार नारेबाजी करते रहे।
यहां प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने कहा कि मोदी सरकार के संरक्षण के कारण ही भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने 39 करोड़ पॉलिसी धारकों के तथा एसबीआई और अन्य सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों ने अडानी समूह को 80,000 करोड़ रुपए का भारी ऋण दिया, जो केवल मोदी सरकार की वजह से संभव हुआ। मोदी सरकार द्वारा अडानी समूह को दिए गए अनुचित लाभ के कारण आज निवेशकों की गाढ़ी कमाई का पैसा खतरे में है।
लक्की ने भारत के मुख्य न्यायाधीश या संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की निगरानी में हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट की विस्तार से और LIC, SBI तथा अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों द्वारा जबरदस्ती और संदिग्ध निवेश की जांच के लिए निष्पक्ष कमेटी बनाए जाने की मांग की। लक्की ने कहा कि इन मामलों पर संसद में भी चर्चा की जानी चाहिए और निवेशकों की गाढ़ी कमाई को बचाने के लिए उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लक्की ने कहा कि मोदी सरकार की अडानी समूह को अनुचित रूप से आर्थिक रूप से समृद्ध करने और उसका पक्ष लेने की नीति के कारण LIC 33060 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है और इससे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, जिनमें आम जनता का पैसा है, को जोखिम में डाल दिया गया है। इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों और पार्षदों, जिला अध्यक्षों, फ्रंटल संगठनों के प्रमुखों, ब्लॉक अध्यक्षों, प्रकोष्ठों के अध्यक्षों सहित कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
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