केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने चंडीगढ़ में बजट पर बुद्धिजीवियों के सम्मेलन को किया संबोधित, कहा-विश्वभर के अर्थशास्त्री भारत के बजट की कर रहे सराहना
CHANDIGARH, 4 FEBRUARY: केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल व उद्यमशीलता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा वर्ष 2023-24 के लिए लोकसभा में पेश किए गए आम बजट को प्रगतिशील, विकासोन्मुखी और देश को नई आर्थिक ऊंचाइयां देने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन का ऐसा ताजा उदाहरण बताया, जिसमें भारत विश्व गुरु की अपनी पहचान पुनर्स्थापित करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह बजट समावेशी, सर्वस्पर्शी तथा समाज के सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए लोक आधारित बजट है।
आज यहां सेक्टर-33 स्थित चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा कार्यालय कमलम में एक प्रेस कांफ्रैंस को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इस बार का बजट अमृतकाल में सप्त ऋषि की तरह 7 प्राथमिकताओं पर आधारित है। पिछले आठ साल में भारत को आर्थिक तौर पर मजबूत करने वाले फैसले लेकर भाजपा सरकार ने इस बार देश के हर वर्ग के लिए राहतों का पिटारा खोल दिया है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी आर्थिक फैसलों का ही परिणाम है कि आज गरीब से लेकर मध्यम वर्ग तक को वो सभी राहतें मिल पाई हैं, जो उनके लिए जरूरी थीं। उन्होंने कहा कि बजट बहुत प्रगतिशील होने के साथ-साथ समावेशी व सर्वस्पर्शी भी है, जिसकी पूरी दुनिया में सराहना की गई है। यह बजट मैक्रो-इकोनॉमिक फ्रंट कैपिटल इन्वेस्टमेंट पर भी अत्यधिक विकासोन्मुखी है, जिसका अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों पर व्यापक लाभकारी प्रभाव पड़ेगा।
महिलाओं, युवाओं, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग/वंचित क्षेत्रों के सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया गया है, ताकि आत्मनिर्भरता के लिए उद्यमशीलता के माध्यम से उनकी आय को सुगम बनाने के लिए सहायक बुनियादी ढांचा तैयार किया जा सके।
प्रधान ने कहा कि इस बार का बजट कृषि क्षेत्र के लिए भी ऋण सुविधाओं के विस्तार का रास्ता खोलता है और केंद्र तथा राज्य दोनों स्तरों पर पूंजी परिव्यय में वृद्धि करता है। इसके अलावा सरकार ने स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों के लिए धन आवंटित किया है। व्यक्तिगत कराधान के संबंध में वित्त मंत्री ने नई कर व्यवस्था को डिफॉल्ट प्रणाली के रूप में प्रस्तावित किया है, जिसमें 7 लाख रुपए तक की आय पर कोई कर लागू नहीं है। करदाताओं को राहत देते हुए बेसिक टैक्स स्लैब को भी संशोधित किया गया है। गैर-सरकारी वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए अवकाश नकदीकरण पर छूट की सीमा 3 लाख रुपए से बढ़ाकर 25 लाख रुपए की गई। इस बड़ी छलांग से बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को लाभ होगा।”
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मिनिमम गवर्नमेंट-मैक्सिमम गवर्नेंस की भावना के तहत डिजिटाइजेशन के जरिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत 39 हजार प्रावधानों को खत्म किया गया है तथा 3400 प्रावधनों को गैर कानूनी दायरे में लाया गया है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए बचत जमा करवाने की सीमा बढ़ाई गई है। उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थवयस्था के रूप में उभरा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 8 वर्षों में भारत की अर्थनीति पर पूरी दुनिया की नजर है। पूरा विश्व हमारा अनुसरण कर रहा है। इस बार का बजट अर्थव्यवस्था को तेजी से आगे ले जाने वाला है। रेलवे पर 2 लाख 40 हजार करोड़ रूपए खर्च किए जाने का प्रवधान किया गया है। खर्च बढ़ाकर विकास के कार्यों को गति दिए जाने की कोशिश की गई है।
शिक्षा के क्षेत्र पर बातचीत करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि नई शिक्षा निति लागू की गई है। शिक्षा के क्षेत्र में 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी करके 1 लाख 12 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। सभी स्कूल टीचरों और शिक्षा के स्तर को बढ़ावा दिया जाएगा। हर जिला स्तर पर डिस्ट्रिक्ट इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन ट्रेनिग सेंटरों को उच्च गुणवता वाला बनाया जाएगा, जहां अध्यापकों को उच्च गुणवता के प्रशिक्षण दिए जाएंगे।
प्रेस कांफ्रेंस के बाद केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पार्टी कार्यालय कमलम के सभागार में शहर के प्रबुद्ध नागरिकों तथा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्हें बजट की बारीकियों के बारे में विस्तार से बताया तथा इस बजट का आम जनता पर तथा देश की अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ने वाला है, इस बारे में चर्चा की। इस अवसर पर चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने केंद्रीय मंत्री व अन्य सभी मेहमानों तथा कार्यकर्ताओं का स्वागत किया। उनके साथ महामंत्री रामवीर, चंद्रशेखर, मेयर अनूप गुप्ता, कार्यक्रम के संयोजक धरिन्द्र तायल व प्रदेश प्रवक्ता कैलाश चंद जैन सहित शहर के विभिन्न वर्गों से संबंध रखने वाले प्रबुद्ध नागरिक तथा भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।