एमबीबीएस की डिग्री के तहत 4 साल विद्यार्थी एलोपैथिक की पढ़ाई करेगा, एक साल आयुर्वेद की पढ़ाई करेगा: स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री
CHANDIGARH, 3 FEB: हरियाणा के गृह, स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा में एमबीबीएस पाठयक्रम में आयुर्वेद को भी शामिल किया जायेगा। एमबीबीएस की डिग्री के तहत 4 साल विद्यार्थी एलोपैथिक की पढ़ाई करेगा, वहीं एक साल आयुर्वेद की पढ़ाई करेगा, इसके लिए एक टीम का गठन किया है जो कोर्स को तैयार करने का काम करेंगी। उन्होंने कहा कि जिस देश के लोग मजबूत होते हैं उनका राष्ट्र मजबूत होता है। आयुष मंत्री अनिल विज आज अंबाला छावनी में 75वें सूर्य नमस्कार अभियान कार्यक्रम के तहत राज्य स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित जनों को संबोधित कर रहे थे।
आयुष विभाग को अलग विभाग बनाकर दर्जा दे दिया
आयुष मंत्री ने यह भी कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा इस दिशा में बहुत काम किया जा रहा है। हम लोगों को योग की ओर आकर्षित कर रहे हैं। कल ही कैबिनेट बैठक में आयुष विभाग को अलग विभाग बनाकर दर्जा दे दिया है ताकि यह विभाग भी दूसरे विभागों की तर्ज पर आगे आ सके और इसकी अलग पहचान हो, और जो भी कार्य इस विभाग द्वारा करने है वह किया जा सके। योग को आगे ले जाने के लिए हरियाणा में योग-आयोग बनाया गया है। हमने संकल्प लिया है कि हरियाणा प्रदेश के 6500 गावों में योगशालाएं बनें, इसके दृष्टिगत 1000 योगशालाएं बना दी गई हैं, बाकी पर काम चल रहा है। शहरों मंे भी जहां पर मुमकिन स्थान है वहां पर योगशालाएं बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि “एलोपेथिक दवाओं की भांति अब आयुर्वेदिक दवाओं की भी रिएर्म्बसमेंट हो सकेंगी, मैनें कल ही फाइल साइन की”।
अल्टरनेट मैडिशन को बढ़ावा देने के लिए आयुष विश्वविद्यालय बनाया
आयुष मंत्री ने यह भी कहा कि अल्टरनेट मैडिशन को बढावा देने के लिए आयुष विश्वविद्यालय बनाया गया है। आयुष के पांच विंग है, जिसमें आयुर्वेद, योगा, सिद्धा, युनानी व होम्योपैथी शामिल है। इन पांचों विंगों पर कार्य किया जा रहा है। कुरूक्षेत्र में आयुष विश्वविद्यालय खोला गया है। वहां पर 100 एकड़ जगह ली गई है जहां पर बिल्डिंग का निर्माण किया जायेगा। दूर-दूर से लोग यहां आकर हरियाणा में इसकी शिक्षा लेंगे।
पंचकूला में 270 करोड़ रूपये की लागत से राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान बनाया जा रहा
उन्होंने बताया कि पंचकूला में लगभग 270 करोड़ रूपये की लागत से राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान बनाया जा रहा है। दिसम्बर माह तक यह बनकर तैयार हो जायेगा। यहां पर 250 बैड का अस्पताल भी बनाया जायेगा तथा यहां 500 डाक्टर बनकर निकलेंगे। उन्होंने कहा कि नूह में युनानी कालेज बनाया गया है तथा अम्बाला छावनी में होम्योपैथिक कालेज व देवरखाना में प्राकृतिक चिकित्सा अस्पताल बनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि 569 आयुष हेल्थ वैलनेस सेंटर, 4 आयुर्वेदिक अस्पताल, 6 आयुष प्राथमिक स्वास्थ्य अस्पताल, 19 युनानी अस्पताल, 26 होम्योपैथिक, 21 आयुष विंग हैं तथा हरियाणा के हर जिला अस्पताल में आयुष विंग है।
एलोपैथिक दवाई के साथ-साथ आयुर्वेदिक दवाई का भी प्रयोग होना चाहिए
उन्होंने कहा कि आयुश के बजट में भी हर साल दर साल आयुष को बढ़ावा देने के लिए कार्य करते हैं। श्री विज ने कहा कि हम चाहते हैं कि देश में अन्य दवाईयों की तर्ज पर आयुर्वेदिक दवाईयों को भी आजमाना चाहिए। एलोपैथिक दवाईयों के साथ-साथ आयुर्वेदिक दवाईयों का भी प्रयोग करना चाहिए।
एलोपैथिक व आयुर्वेदिक में इंटीग्रेशन होना चाहिए
आयुष मंत्री ने यह भी कहा कि एलोपैथिक व आयुर्वेदिक में इंटीग्रेशन होना चाहिए, क्योंकि हमें सम्बन्धित मरीज को बेहतर ईलाज उपलब्ध करवाना है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस प्रकार डाक्टर एलोपैथिक दवाई लिखने से पहले टैस्ट करता है, उसी प्रकार आयुर्वेदिक दवाईयों का भी ट्रायल करना चाहिए, साईंस तरीके से इसका टैस्ट होना चाहिए यानि आयुर्वेद को बढ़ावा मिलना चाहिए। हम आयुर्वेद को बढ़ावा देना चाहते हैं।
सूर्य शक्ति का स्रोत है
उन्होंने कहा कि सूर्य शक्ति का स्रोत है, इस सारी धरती पर शक्ति या एनर्जी का जो भी स्त्रोत है वह सूर्य है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने इस बार के बजट में ग्रीन एनर्जी पर जोर दिया है यानि प्रदूषण रहित उर्जा अर्था यानि इस धरती को दोबारा वैसा बना दें जैसे वह पहले वजूद में थी। उसमें सूर्य का बहुत बड़ा रोल है।
कई योग आसनों को जोड़कर सूर्य नमस्कार बनाया गया
सूर्य नमस्कार के संबंध में आयुष मंत्री ने कहा कि सूर्य नमस्कार का संधि विच्छेद है कि सूर्य मैं तुमको झुक कर नमन करता हूं, ये एक यौगिक प्रक्रिया है। कई योग आसनों को जोडकर सूर्य नमस्कार बनाया गया है जिसमें 12-13 आसन है। श्री विज ने कहा कि योग का सीधा मतलब जोडना होता है, योग हमें सिखाता है कि किस प्रकार मन, बुद्धि और शरीर को एक सुत्र में पिरोना है। जिस व्यक्ति ने इसे पिरो लिया न केवल वह यहां पर बेहतरीन योग करके दिखा सकता है बल्कि जीवन के जिस मंच पर खडा हो वह 100 प्रतिशत कामयाब होगा। आयुष मंत्री ने यह भी कहा कि योग का साईंटिफिक अर्थ भी है। उन्होंने कहा कि जितने भी योगासन है यानि करीब 84 आसन हैं। हर योगासन का अपना ध्येय है कि शरीर के अंग पर दबाव डालकर वहां से रक्त के प्रवाह को ठीक करना है।
75 लाख सूर्य नमस्कार अभियान के तहत लोगों को योग के प्रति किया जा रहा है जागरूक
आयुष मंत्री ने इस मौके पर हरियाणा योग आयोग की ओर से 75 लाख सूर्य नमस्कार अभियान कार्यक्रम के तहत लोगों को योग के प्रति जागरूक करने का जो कार्य किया जा रहा है उसकी सराहना की और कहा कि आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के दौरान इस कार्य को किया जाना काफी सराहनीय है और आयोग द्वारा 75 लाख सूर्य नमस्कार का जो टारगेट रखा गया है वे उससे वे 10 गुणा अधिक जायेंगे। योग आयोग जबसे हरियाणा में बना है वह हरियाणा में नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। कईं अवार्ड इसने हासिल किए है, गिनीज बुक में इसका नाम दर्ज है। आयुष मंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का भी विशेष तौर पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कि योग को खेलों में शामिल किया गया है। खेलों इंडिया के तहत जो खेल प्रतियोगिताएं हुई उसमें योग भी शामिल था।
इस मौके पर आयुष मंत्री ने सूर्य नमस्कार अभियान कार्यक्रम के तहत कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन करवाने वाली संस्थाओं, आईटीबीपी, विद्यार्थीगण, एनसीसी, एनएसएस व अन्य को प्रशंसा पत्र देकर उनको प्रोत्साहित भी किया। इस अवसर पर हरियाणा योग आयोग के चेयरमैन डा. जयदीप आर्य ने आयुष विभाग के निदेशक एवं करनाल मंडल के आयुक्त डा. साकेत कुमार, आईटीबीपी पंचकूला के आईजी ईश्वर सिंह दुहन, उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी, डा. सुशील शर्मा ने भी योग की महत्वता बारे जागरूक करते हुए इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर एडीजीपी अम्बाला रेंज श्रीकांत जाधव, उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी, योगा फैडरेशन के अध्यक्ष राजिन्द्र विज, डा. सुशील शर्मा, एसडीएम सतिन्द्र सिवाच, एसडीएम दर्शन कुमार, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी शशिकांत शर्मा, योग आयोग के उपाध्यक्ष डा. रोशन लाल, मंडल प्रधान राजीव डिम्पल के साथ-साथ विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि व गणमान्य लोग मौजूद रहे।