महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने महिला आश्रम स्थापित करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए
CHANDIGARH, 2 FEB: महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि जीवन में कठिन दौर से गुजर रही महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक ही छत के नीचे उनके आश्रय, प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण और आत्मनिर्भर बनने का प्रबंध करने के मकसद से प्रदेश में तीन महिला आश्रम स्थापित किए जाएंगे, इसमें प्रत्येक महिला आश्रम में 50 पात्र महिलाओं को रखने की व्यवस्था होगी। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को रेवाड़ी, सिरसा व नारनौल में स्थापित होने वाले इन महिला आश्रमों की जमीन चिन्हित करने से लेकर उनके निर्माण संबंधी प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए।
हरियाणा सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने विभाग की आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी कुमार, निदेशक मोनिका मलिक, संयुक्त निदेशक पूनम रमन सहित अधीनस्थ अधिकारियों के साथ प्रदेश के महिला आश्रमों के संबंध में समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री घोषणा के अनुरूप प्रदेश में स्थापित किए जाने वाले तीन महिला आश्रमों को लेकर राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि इन आश्रमों की जगह चिन्हित करने से लेकर उनके निर्माण संबंधी सभी प्रक्रिया में तेजी लाई जाए, ताकि उनके निर्धारित अवधि में पूरा करवाते हुए पात्र महिलाओं के उपयोग के लिए उपलब्ध करवाया जा सके। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि महिला आश्रम रेवाड़ी की जमीन के लिए 7 करोड़ 74 लाख रुपए की राशि, महिला आश्रम सिरसा की जमीन के लिए 5 करोड़ 66 लाख रुपए की राशि के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है, वहीं महिला आश्रम नारनौल की जगह के लिए विभाग की संयुक्त कमेटी दौरा कर चुकी है। राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने इस संबंध में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए, ताकि इस साल में इस महिला आश्रमों की स्थापना सुनिश्चित की जा सके। अधिकारियों ने बताया कि महिला आश्रम करनाल के भवन को भी दोबारा से बनाया जाएगा और इसमें भी 50 पात्र महिलाओं को रखने की व्यवस्था की जाएगी।
महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि विषम परिस्थितियों का सामना कर रही महिलाओं को स अस्थाई तौर पर आश्रम प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है। इसमें निराश्रित महिलाओं को कपडा भत्ता, राशन भत्ता, शिक्षा व प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें मिलकर जीवन के कठिन दौर से गुजर रही महिलाओं को धैर्य के साथ सामना करने में मदद, सुविधा और सक्षम बनाना है। समीक्षा बैठक में राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने महिला आश्रम रोहतक व करनाल में रह रही महिलाओं के क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण की जानकारी ली व उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने व उपयोगी व सार्थक जीवन जीने के लिए तैयार करने के निर्देश दिए।