सरकारी सहायता प्राप्त निजी कॉलेजों के सभी टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ ने डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ में लगाया अनिश्चितकालीन धरना

पहले दिन विरोध प्रदर्शन में चंडीगढ़ के कॉलेजों के 400 से अधिक शिक्षकों व 200 छात्रों ने लिया भाग, रैली भी निकाली

CHANDIGARH, 1 FEBRUARY: चंडीगढ़ के निजी तौर पर प्रबंधित सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेजों के टीचिंग और नॉन टीचिंग-स्टाफ ने यूजीसी के सीधे कार्यान्वयन में देरी के कारण चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ में आज से अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन व धरना शुरू कर दिया है। उन्होंने एमएचए की अधिसूचना दिनांक 29 मार्च 2022 के अनुसार सरकारी कॉलेजों के बराबर सभी लाभ और भत्ते जैसे कि चिकित्सा भत्ता, केंद्रीय पैटर्न के अनुसार एलटीसी और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को संशोधित वेतनमान देने और राजकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में कार्यरत गैर शिक्षक कर्मचारियों के लिए छठा वेतन आयोग लागू नहीं होने के विरोध में आवाज बुलंद की। पहले दिन इस विरोध प्रदर्शन में चंडीगढ़ के कॉलेजों के 400 से अधिक शिक्षकों तथा 200 छात्रों ने भाग लिया। पंजाब विश्वविद्यालय के सीनेटरों ने भी धरने में भाग लिया और शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया। सभी ने अपना आक्रोश जताने के लिए कॉलेज के बाहर विरोध रैली भी निकाली।

डीएवीसीटीयू के अध्यक्ष डॉ. सुमित गोकलाने ने कहा कि जब तक प्रशासन उनकी मांगों को स्वीकार नहीं करता है, तब तक वे अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि प्रशासन उनकी सबसे वास्तविक और वैध मांगों को स्वीकार करने में विफल रहा तो वे निकट भविष्य में अपना विरोध तेज करेंगे। संयुक्त कार्रवाई समिति ने यह भी चेतावनी दी कि इस तरह के धरने विरोध की शुरुआतभर हैं। जेएसी के सदस्यों ने कहा कि अगर उनके मुद्दों का समाधान नहीं किया गया तो वे प्रशासन के खिलाफ एक बड़ा विरोध शुरू करने के लिए मजबूर होंगे। विरोध कर रहे शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारी 2 फरवरी को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार एमसीएम डीएवी कॉलेज फॉर वूमेन सेक्टर-36 चंडीगढ़ में धरने पर बैठेंगे।

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