CHANDIGARH, 30 JAN: अखिल भारतीय संत समिति द्वारा सेक्टर 19 स्थित अंतर्राष्ट्रीय ब्रह्मऋषि मिशन के परिसर में आज तीन दिवसीय संत सम्मेलन का समापन हुआ। समिति के अध्यक्ष स्वामी डॉ. दिनेश्वरानंद जी महाराज ने उपस्थित सभी संतों व लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुओं व सनातन धर्म की रक्षार्थ देश भर में अभियान छेड़ जाएगा जिसकी शुरुआत पंजाब से की जाएगी। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के सभी 23 जिलों में समिति के जिला कार्यालय खोले जाएंगे जिनके जरिए एक जन जागृति महाअभियान चलाया जाएगा जिसमें राज्य के सभी मठों व मंदिरों के प्रमुख व धर्माचार्यशामिल होंगे। संतों द्वारा पंजाब में बढ़ रही राष्ट्र विरोधी संस्थाओं व लोगों का पर्दाफाश किया जाएगा। यहां जिस प्रकार से हिंदू धर्मगुरुओं को मारा जा रहा है या धमकाया जा रहा है, उस पर चर्चा करते हुए अध्यक्ष ने कहा कि इनकी सुरक्षा हेतु जल्द ही प्रदेश के राज्यपाल व सीएम से भेंट करके उन्हे ज्ञापन सौंपा जाएगा व मांग की जाएगी कि एडवाइजरी जारी करके राज्य के सभी जिलाधीश को निर्देश दिया जाए कि यदि कहीं हिंदू संतों पर अत्याचार हो रहा है या डीआरएम सम्मेलन रोक जा रहे हैं, तो दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्यवाइ करते हुए गिरफ्तार किया जाए व सख्त से सख्त सजा दिलाई जाए। तभी सनातन वैदिक धर्म की रक्षा हो सकेगी।
इस अवसर पर श्रीमहन्त ज्ञानदेव सिंह जी महाराज निर्मल पीठाधीश्वर, मुख्य निर्देशक अखिल भारतीय संत समिति,अविचल देवाचार्य जी महाराज,अध्यक्ष अखिल भारतीय संत समिति, महामण्डलेश्वर ईश्वरदास जी महाराज, प्रदेश अध्यक्ष अखिल भारतीय संत /समिति उत्तराखण्ड, परम पूज्या ब्रह्मवादिनी स्वामी कृष्ण कान्ता जी महाराज, अध्यक्ष अन्तर्राष्ट्रीय ब्रह्मर्षि मिशन, पूज्य स्वामी चैतन्य ज्योति जी महाराज, अध्यक्ष ब्रह्मर्षि मिशन कनाडा, महामण्डलेश्वर विजय दास भैया जी महाराज, वल्लभगढ़, महामण्डलेश्वर श्री नसिंह दास जी महाराज, माण्डवगढ़ म.प्र., महामण्डलेश्वर अनन्तानन्द जी महाराज, हरिद्वार, महामण्डलेश्वर स्वामी प्रबोधानन्द गिरी जी महाराज जूना अखाड़ा हरिद्वार, राष्ट्रीय अध्यक्ष हिन्दू रक्षा सेना, हरिद्वार, महामण्डलेश्वर मनोहर दास जी महाराज, जयपुर, महन्त बलराम दास जी महाराज, अयोध्या, महन्त अवधेश दास जी महाराज, बयाना जयपुर, नृसिंह पीठाधीश्वर श्री अवमहन्त अवधेश दास जी महाराज, बयाना जयपुर महन्त शिवदास जी महाराज, रामेश्वरम महन्त वासुदेव जी महाराज, कोटा राजस्थान, महन्त मतिश्वर दास जी महाराज, गुजरात, स्वामी डा. मनीषा जी महाराज व स्वामी चिद्धमा नन्द जी महाराज आदि भी मौजूद रहे।