CHANDIGARH, 21 JANUARY: जैन महासंघ चंडीगढ़ ट्राइसिटी के अंतर्गत बनी शिखर जी बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष कैलाश चंद जैन की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित एक बैठक में चंडीगढ़, पंचकूला, मोहाली व जीरकपुर सहित पूरी ट्राइसिटी के जैन समाज की तरफ से सम्मेद शिखर जी मामले में जैन समाज की भावनाओं के अनुरूप फैसला लिए जाने पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को धन्यवाद दिया गया।
जैन महासंघ के प्रवक्ता व शिखर जी बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष कैलाश चंद जैन के अनुसार राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य धन्य कुमार जिन्नाप गुंडे ने जानकारी दी है कि शिखर जी मामले पर 17 जनवरी को सुनवाई के दौरान भारत सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्रालय तथा झारखंड सरकार के पर्यटन विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित हुए। सुनवाई के दौरान आयोग ने झारखंड सरकार को सरकारी आदेशों/ अधिसूचना में सम्मेद शिखर जी के लिए पवित्र-धार्मिक शब्द शामिल करके संशोधन की सिफारिश की। वहां शराब और मांसाहार का सेवन पहले से ही प्रतिबंधित है। इसके अलावा पारसनाथ पहाड़ी के 50 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को पर्यटन योजना से बाहर रखा जाना भी सुनिश्चित करने को कहा गया ह, जिस पर राज्य सरकार व केंद्र सरकार द्वारा सहमति जताई गई है। इस बारे में शीघ्र ही अधिकृत आदेश जारी कर दिए जाएंगे।
यहां आज आयोजित जैनमहासंघ की बैठक में इस फैसले पर संतोष जताया गया तथा राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन इकबाल सिंह लालपुरा, जैन सदस्य धन्य कुमार जिन्नाप गुंडे, समस्त आयोग, केंद्र सरकार व राज्य सरकार का धन्यवाद किया गया। बैठक में कैलाश चंद जैन के अलावा नवरत्न जैन, संजय जैन, धर्म बहादुर जैन, संत कुमार जैन, एडवोकेट अजय जैन, सुशील कुमार जैन, मुकेश जैन, जेके जैन, मनोज जैन, अजय जैन चक्की वाले, रमेश कुमार जैन, करुण कुमार जैन, सलिल जैन आदि सहित समाज की विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।