10 जनवरी को पंजाब में प्रवेश करेगी भारत जोड़ो यात्रा

भारत जोड़ो यात्रा सिर्फ कांग्रेस के लिए, नहीं बल्कि पूरे देश के लिए है: कांग्रेस

CHANDIGARH, 7 JAN: पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने कहा है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा देश की एकता और अखंडता के लिए है, ना कि सिर्फ पार्टी के लिए है।

कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा नफरत की राजनीति के खिलाफ है और वह देश का ध्यान कुछ अहम मुद्दों जैसे महंगाई, बेरोजगारी और पूंजीवाद की ओर खींच रही है व इसने अपने उद्देश्य को प्राप्त करने में सफलता हासिल कर ली है।

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग सहित सचिव इंचार्ज हरीश चौधरी और पंजाब विधानसभा में नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने ऐलान किया कि यात्रा 10 जनवरी को शंभू बॉर्डर के जरिये पंजाब में प्रवेश करेगी और सीधा श्री फतेहगढ़ साहिब को जाएगी। राहुल गांधी 11 जनवरी को यात्रा के पंजाब में पड़ाव की शुरुआत करने से पहले, श्री गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने के बाद एक जनसभा को संबोधित करेंगे।

कांग्रेसी नेताओं ने दोहराया कि यह सिर्फ पार्टी की यात्रा नहीं है। हरीश चौधरी ने कहा कि यात्रा का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता सिर्फ राहुल गांधी हैं और पार्टी व उसके कार्यकर्ताओं द्वारा लॉजिस्टिक सहायता दी जा रही है। जबकि समाज के अलग-अलग वर्गों से लोग, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े व्यक्ति, फिल्मी कलाकार, गायक, अर्थशास्त्री, उद्योगपति इत्यादि भी शामिल हुए हैं।

चौधरी ने विशेष तौर पर इन दिनों पंजाब का दौरा कर रहे एनआरआई पंजाबियों से भी यात्रा में शामिल होने की अपील की। इसी तरह जो विदेशों में रह रहे हैं, वे ऑनलाइन हिस्सा ले सकते हैं।

इस संबंध में जानकारी देते हुए वड़िंग ने कहा कि यात्रा अभी तक 12 राज्यों में से 10 को कवर कर चुकी है। पंजाब के बाद सिर्फ केंद्र शासित प्रदेश जम्मू एवं कश्मीर ही रह जाएगा, जो यात्रा श्रीनगर में जाकर समाप्त होगी। उन्होंने खुलासा किया कि शुरुआत में पूरे यात्रा रूट का 3570 किलोमीटर का आकलन किया गया था, जो समापन होने तक 4000 किलोमीटर तक पहुंच सकता है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यात्रा पंजाब में 7 दिन तक रहेगी और उसके माधोपुर से अपने आखिरी पड़ाव जम्मू एवं कश्मीर में जाने से 1 दिन पहले पठानकोट में एक विशाल रैली आयोजित की जाएगी।

कुछ लोगों द्वारा यात्रा का विरोध करने संबंधी एक सवाल के जवाब में, वड़िंग ने कहा कि पंजाबियों का स्वभाव अधिकतर मेहमान नवाजी का है और वे अपने ने मेहमानों का बाहें फैलाकर स्वागत करते हैं, चाहे वे किसी भी पार्टी, जाति या नस्ल से संबंधित हों।

नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि यात्रा ने देशभर के लोगों में अपनी छाप छोड़ी है और इसने लोगों को आवाज दी है। उन्होंने भाजपा की ओर इशारा करते हुए कहा कि जो कह रहे हैं कि उन्हें कोई असर नहीं पड़ेगा और वह 2024 में सत्ता में वापसी करने वाले हैं, उन्हें झटके लगने लगे हैं और उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसकने लगी है। वे लोग जात्रा की कामयाबी से बेचैन है। उन्होंने जिक्र किया कि किस प्रकार केंद्र की भाजपा सरकार ने कोविड के नाम पर यात्रा का रास्ता रोकने की कोशिश की।

बाजवा ने कहा कि यह यात्रा 2024 के चुनावों के लिए रास्ता तैयार करेगी और इतिहास रचेगी। उन्होंने याद किया कि किस प्रकार इससे पहले भी चंद्रशेखर जैसे नेताओं ने इस तरह की यात्रा की थी और बाद में वह प्रधानमंत्री बने थे। इसके अलावा, सीनियर फिल्म अभिनेता व कांग्रेस नेता सुनील दत्त ने आतंकवाद के काले दिनों के दौरान मुंबई से अमृतसर तक पदयात्रा की थी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूर्व कांग्रेसी विधायक गुरकीरत सिंह कोटली, अमित विज और गुरप्रीत जीपी मौजूद रहे। कांग्रेसी नेताओं ने सीनियर पत्रकार एनएस परवाना के निधन पर भी अफसोस जाहिर किया और उन्हें श्रद्धांजलि भेंट की। उन्होंने कहा कि इससे राज्य को एक बड़ा घाटा पड़ा है।

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