CHANDIGARH, 26 DEC: पिछले 3 वर्षों से कोविड पर सटीक जानकारी भारतवासियों तक पहुंचा रहे यूएसए से इंटरनल मेडिसन के एक्सपर्ट डॉ. रवि गोडसे ने चण्डीगढ़ के पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. एचके खरबंदा के साथ ऑनलाइन सेशन में बताया कि भारत में अभी कोरोना का खतरा ना के बराबर है। सिर्फ हाई रिस्क लोगों के लिए एहतियात की आवश्यकता है। आम जनता को पैनिक नहीं करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि बी 4 सेवेन ओमिक्रोन का वैरीअंट फैलता तो बहुत जल्दी है, लेकिन वायरल लोड कम है।
भारत की 90% से अधिक जनता को हर्ड इम्युनिटी के चलते विश्व के कई देशों में फैले कोविड-19 से डरने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि इम्यूनो कॉम्प्रोमाइज्ड लोगों में एहतियात बरतने की जरूरत जरूर है। डॉ. रवि गोडसे ने बताया कि विश्व भर में कोविड कई नई दवाइयां आ चुकी हैं जिन्हें अभी भारत सरकार ने मान्यता नहीं दी है। इम्यूनोकॉम्प्रोमाइज्ड कंडीशन में ये दवाइयां काम करती हैं। भारत सरकार को बिना देरी किए हाई रिस्क मरीजों को बचाने के लिए इन नई दवाओं पर पॉलिसी बनाने की आवश्यकता है।