CHANDIGARH, 5 DEC: पंजाब के वित्त मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा के दिशा-निर्देशों पर वित्त विभाग ने राज्य के खज़़ाना दफ्तरों सम्बन्धित भ्रष्टाचार की शिकायतों पर सख़्त कार्यवाही करते हुए एक सीनियर सहायक को मुअत्त्ल करने के अलावा कई अन्य अधिकारियों/ कर्मचारियों को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी करने के हुक्म जारी किये हैं, जबकि 86 लाख रुपए से अधिक के शक्की लेन-देन वाले इस मामले में तीन अधिकारी/ कर्मचारी पहले ही मुअत्तल हैं। उन्होंने इस मामले में कानूनी कार्यवाही शुरू करने के हुक्म भी दिए।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व अधीन पंजाब सरकार की तरफ से शुरू की गई भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के अंतर्गत राज्य के खज़़ाना दफ्तरों में भ्रष्टाचार सम्बन्धी मिली अलग-अलग शिकायतों की जांच करने के लिए 2 जून, 2022 को विभागीय जांच कमेटी का गठन किया गया था।
उन्होंने कहा कि जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर एक सुपरडैंट, एक सीनियर सहायक और एक जूनियर सहायक पहले ही मुअत्तल हैं, जबकि एक सीनियर सहायक को आज मुअत्तल कर दिया गया है और शक्की वित्तीय लेन-देन के लिए राज्य स्तरीय और क्षेत्रीय खज़़ाना दफ्तरों के कई अन्य अधिकारियों/ कर्मचारियों को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किये गए हैं।
वित्त मंत्री चीमा ने बताया कि जांच कमेटी की तरफ से सौंपी रिपोर्ट अनुसार कुल 86,44,022 रुपए के शक्की लेन-देन पाये गए हैं और इसकी आगे जांच की जा रही है।
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब सरकार के ईमानदार और समर्पित अधिकारियों और कर्मचारियों और राज्य के लोगों से अपील की कि वह राज्य में से भ्रष्टाचार को ख़त्म करने की पहलकदमियों का समर्थन करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं करेगी।