भव्य बिश्नोई ने विधायक पद की ली शपथ, भजन लाल परिवार से विधानसभा पहुंचने वाले 6वें सदस्य बने

देवी लाल-चौटाला परिवार से आज तक कुल 8 सदस्य बन चुके हैं विधायक

CHANDIGARH, 16 NOVEMBER: हरियाणा के हिसार ज़िले के  47- आदमपुर विधानसभा हलके, जो सीट सवा तीन माह पूर्व 3 अगस्त को तत्कालीन कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई के त्यागपत्र से रिक्त हुई थी एवं जिस पर गत  3 नवंबर को उपचुनाव हेतु करवाए गये  मतदान और 6 नवम्बर को हुई मतगणना  में कुलदीप के बड़े  पुत्र और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के पौते भव्य बिश्नोई ने  भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए  कांग्रेस के जय प्रकाश को  15 हजार 740 वोटों से पराजित कर उक्त हलके से विधायक निर्वाचित हुए हैं, ने आज प्रदेश विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता के कार्यालय में जाकर विधायक  के तौर पर शपथग्रहण कर ली। इस प्रकार भव्य औपचारिक रूप से मौजूदा हरियाणा विधानसभा सदन के सदस्य बन गये हैं और सदन में भाजपा की सदस्य संख्या 40 से बढ़कर 41 हो गयी है।

इसी बीच पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने बताया कि हालांकि कानूनन जब किसी भी आम चुनाव/उपचुनाव में मतगणना सम्पन्न होने के बाद  उसमें सर्वाधिक वोट हासिल करने वाले उम्मीदवार को सम्बंधित  निर्वाचन अधिकारी (आर.ओ.) द्वारा विजयी एवं निर्वाचित घोषित किया जाता है जिसके सामान्यत: एक-दो दिन  पश्चात  चुनाव आयोग द्वारा उस विजयी उम्मीदवार के  निर्वाचन के सम्बन्ध में गजट नोटिफिकेशन जारी की  जाती है, वह आधिकारिक तौर पर उसी दिन से विधायक बन जाता है और उसका कार्यकाल उसी दिन से प्रारम्भ हो जाता है एवं  उसी  तारीख से वह वेतन-भत्ते प्राप्त करने हेतु योग्य भी होता  है हालांकि हरियाणा विधानसभा में  लागू  व्यवस्था अनुसार  शपथग्रहण  के उपरान्त ही नव निर्वाचित विधायक का कार्यकाल आरम्भ होता है एवं उसे  सदन के सदस्य के तौर पर  वेतन, भत्ते आदि और अन्य सुविधाएं प्राप्त होती है।

बहरहाल,  हेमंत ने एक  रोचक जानकारी देते हुए बताया कि भव्य बिश्नोई भजन लाल परिवार से हरियाणा विधानसभा पहुँचने वाले आज तक छठे सदस्य हैं। इससे पूर्व उनके दादा भजन लाल,  दादी जसमा देवी, उनके ताऊ चंद्र मोहन, पिता कुलदीप और माता रेणुका बिश्नोई भी विधायक रह चुकी हैं। हालांकि प्रदेश में  पूर्व मुख्यमंत्री देवी लाल- चौटाला  परिवार से आज तक कुल आठ सदस्य विधायक निर्वाचित हुए हैं जिसमें स्वयं  देवी लाल के अतिरिक्त उनके तीन पुत्र – प्रताप सिंह, ओम प्रकाश चौटाला, रणजीत सिंह ( हरियाणा के मौजूदा बिजली एवं जेल मंत्री), दो पौत्र- अजय चौटाला और अभय चौटाला शामिल हैं। वहीं ओपी चौटाला की बड़ी पुत्रवधु  एवं अजय चौटाला की धर्मपत्नी नैना चौटाला और बड़े पौते दुष्यंत चौटाला ( हरियाणा के मौजूदा उपमुख्यमंत्री) भी विधायक हैं।

हेमंत  ने  बताया कि बेशक भव्य का विधायक के तौर पर  कार्यकाल करीब  दो वर्ष ही होगा क्योंकि मौजूदा 14 वी हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवम्बर 2024 तक है। हालांकि इससे पूर्व भी विधानसभा को प्रदेश सरकार की सिफारिश पर  भंग किया जा सकता है और संभवत: अप्रैल-मई 2024 में निर्धारित 18 वी लोकसभा के आम चुनावों के साथ भी  हरियाणा विधानसभा के अगले आम चुनाव करवाए जा सकते हैं। हालांकि भव्य मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद या इसके समयपूर्व भंग होने के बाद, अगर ऐसा हुआ तो, पूर्व विधायक के तौर पर पूरी पेंशन लेने के हकदार होंगे। उनके मौजूदा हरियाणा विधानसभा के  कार्यकाल को इस दृष्टि से पूरा एक कार्यकाल ही  माना जाएगा। हालांकि अगर वह अगले विधानसभा चुनाव में फिर से निर्वाचित होकर  विधायक बनते हैं या फिर अगर वह  हिसार लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित होते हैं, तो उन्हें पूर्व विधायक के तौर पर पेंशन नहीं मिलेगी क्योंकि कानूनन यह तभी मिलती है जब पूर्व विधायक किसी और संवैधानिक या वैधानिक पद पर आसीन न हो।

ज्ञात रहे कि भजन लाल स्वयं वर्ष 1968, 1972, 1977, 1982, 1991, 1996, 2000, 2005  और 2008 में  अर्थात  कुल नौ बार आदमपुर सीट से विधानसभा चुनाव जीते थे। हालांकि उनके विधायक के तौर पर आठ कार्यकाल ही माने जायेंगे, क्योंकि मई, 2008 में उन्होंने तत्कालीन 11 वी हरियाणा विधानसभा में उपचुनाव जीता था जिस विधानसभा के आम चुनाव में  वह  फरवरी, 2005 में  भी निर्वाचित हुए  थे। इस प्रकार उस विधानसभा में उनका  एक ही कार्यकाल होगा।  वर्ष 1987 में हरियाणा विधानसभा आम चुनावों में भजन लाल को धर्मपत्नी जसमा देवी चुनाव जीत पहली और आज तक एक बार विधायक बनी  थीं,  क्योंकि भजन लाल तब राज्यसभा सदस्य थे. इसके अतिरिक्त उनके  बड़े पुत्र चन्द्र मोहन बिश्नोई वर्ष 1993 में पंचकूला जिले की कालका सीट से पहली बार उपचुनाव और उसके बाद वर्ष 1996, 2000 और  2005 में चुनाव जीत कुल चार बार विधायक बने. भजन लाल के  छोटे पुत्र कुलदीप बिश्नोई आदमपुर सीट से ही चार बार अर्थात वर्ष 1998 में उपचुनाव में और वर्ष  2009, 2014 और  2019 में विधायक बने जबकि कुलदीप की धर्मपत्नी रेणुका बिश्नोई वर्ष 2011 में आदमपुर  से उपचुनाव और वर्ष 2014 में हिसार जिले की हांसी सीट से विधायक निर्वाचित हुई अर्थात वह आज तक कुल दो बार विधायक बनी हैं।

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